वरीय संवाददाता, देवघर.
अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस पर आदिवासी वेलफेयर आर्गेनाइजेशन (एडब्ल्यूओ) ने देवघर में शुक्रवार को कई कार्यक्रम आयोजित किये. इसके तहत केकेएन स्टेडियम से नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम तक पहुंची, जिसमें आदिवासी युवक, युवतियां और बुजुर्ग रंग-बिरंगे परिधान में शामिल हुए और अपनी संस्कृति का परिचय कराया. इस अवसर पर इंडोर स्टेडियम में आदिवासी संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए, जिसमें अतिथियों ने अपने विचार रखे. अतिथियों ने युवाओं से अनुरोध किया कि वे अपनी सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखें, संवैधानिक और कानूनी अधिकारों को समझें, अधिक शिक्षा ग्रहण करें और संगठित रहें. इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों के उद्यमी, वैज्ञानिक, इतिहासकार, न्यायाधीश, चिकित्सक, इंजीनियर, पत्रकार, कवि और लेखक समाज की पहचान बने और अगली पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बनें. कार्यक्रम के दरानौ एडब्लयूओ की ओर से मैट्रिक, इंटर और स्नातक की परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले आदिवासी समाज के सफल छात्र-छात्राओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया. एडब्लयूओ के अध्यक्ष डॉ जगजीवन मुर्मू ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में समारोह में शिरकत करने वाले व कार्यक्रम को सफल बनाने में नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत देवघर व जसीडीह इलाके में रहने वाले आदिवासी परिवारों को समय व योगदान के लिए आभार जताया. कार्यक्रम को सफल बनाने में सोनामन हेंब्रम, एलेक्स मरांडी, विनोद टुडु, शिशु मुर्मू, नगाम किस्कू, निकोदेमुस हेंब्रम, केदार मुर्मू, एरिक मुर्मू, सुशनचंद हांसदा, मनोहर टुडु, डॉ संगीता छाया, जयपाल मुर्मू व अनिल सोरेन ने अहम भूमिका निभायी.इन सभी ने रखे अपने विचार
कार्यक्रम के दौरान ईंजीनियर शेरू मरांडी, दिलीप खलको(डीएसपी), बहामन टूटी(डीएसपी), रौशन मरांडी(सार्जेंट मेजर), ई डेविड हासंदा, ई दिलीप मरांडी, एसआइ राहुल कुमार मुर्मू, केदार मुर्मू, प्रो जेवियर केरकेट्टा, इबदीता टूडू आदि ने अपने संबोधन से लोगों के समक्ष विचार रखे.
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