चेतावनी के बाद भी लगातार की जा रही है प्रदूषण नियंत्रण नियमों की अनदेखी
गिरिडीह.
प्रदूषण से त्रस्त सदर प्रखंड के चतरो, गादी श्रीरामपुर, महुआटांड़ सहित अन्य गांवों के ग्रामीण ने एक बार फिर स्पंज आयरन कारखाना बालमुकुंद, अतिवीर, वेंकटेश्वर और निरंजन मैटलिक का 11 अगस्त को अनिश्चितकालीन गेट जाम करने का निर्णय लिया है. इसके लिए सदर अनुमंडल पदाधिकारी को एक आवेदन देकर सहमति ली गयी है. गादी श्रीरामपुर के शुभांकर गुप्ता व चतरो के विजय ने बताया कि गादी श्रीरामपुर पंचायत के साथ इससे सटे पंचायत भी कारखानों के प्रदूषण से त्रस्त हैं. लोगों को तरह-तरह की बीमारियां हो रही है. भूगर्भ जल का दोहन कर रहे हैं. जल, जंगल, जमीन का अस्तित्व खतरे में है. जानवर भी असमय बीमारियों से मर रहे हैं. इससे त्रस्त गादी श्रीरामपुर के ग्रामीणों ने तीन मार्च को कारखानों का गेट जाम कर दिया था. छह मार्च को एसडीओ के साथ वार्ता में एक माह में प्रदूषण नियंत्रण संयंत्र लगाने का प्रबंधकों ने आश्वासन दिया था, लेकिन इस दिशा में कोई कार्य नहीं हुआ. लोकसभा चुनाव का वोट बहिष्कार का निर्णय लिया गया. 22 मई को एसडीओ ने चतरो में ग्रामीणों के साथ बैठक की. वोट बहिष्कार के निर्णय को वापस करवाया और ठोस कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो 10 जून को विधायक सुदिव्य कुमार की उपस्थिति में एसडीओ, कारखाना प्रबंधकों और ग्रामीणों की बैठक हुई जहां 30 जून तक कारखाना का संचालन नियमानुसार करने का आश्वासन दिया गया. इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. खुलेआम नियमों का उल्लंघन करते हुए कारखानों का संचालन हो रहा है. इससे ग्रामीण गुस्से में है और 11 अगस्त को अनिश्चितकालीन गेट जाम करने पर आमादा हैं. ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल इस मामले को लेकर गिरिडीह सदर के एसडीओ से मिला और उन्हें एक ज्ञापन भी सौंपा है. इस ज्ञापन में आंदोलन की चेतावनी भी दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है