विशेष संवाददाता, धनबाद.
धनबाद जिला के जन वितरण प्रणाली दुकानों (पीडीएस) में डेढ़ वर्ष से भी अधिक समय से केरोसिन का उठाव एवं वितरण बंद है. मांग नहीं रहने से अब डीलर केरोसिन के लिए ड्रॉफ्ट नहीं लगा रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार जब से केरोसिन की कीमत बाजार दर पर तय हुई है, पीडीएस में केरोसिन की बिक्री कम होने लगी है. अभी पीडीएस दुकानों में केरोसिन 70 से 80 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. शहर के साथ गांवों का भी विद्युतीकरण लगभग हो चुका है. ऐसे में ग्रामीण भी लालटेन की जगह बिजली के बल्ब जला रहे हैं. इंवर्टर या बैट्री वाली इमरजेंसी लाइट का उपयोग कर रहे हैं. ऐसे में केरोसिन की मांग व खपत कम होने से पीडीएस डीलरों को केरोसिन के उठाव से घाटा होने लगा है. ऐसे में डीलरों ने इसके लिए ड्राफ्ट लगाना बंद कर दिया है. विभागीय सूत्रों के अनुसार डेढ़ वर्ष से यहां किसी भी डीलर द्वारा ड्रॉफ्ट नहीं लगाने से धनबाद में पीडीएस के जरिये केरोसिन का उठाव एवं वितरण बंद है. धनबाद जिला का कोटा हर माह लैप्स हो रहा है.सफेद राशन कार्ड बन रहा सहारा :
इधर पिछले कुछ दिनों से धनबाद में सफेद राशन कार्ड बनाने के लिए भीड़ बढ़ने लगी है. मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत आवेदकों के लिए राशन कार्ड जरूरी है. धनबाद में लाल, पीला, हरा राशन कार्ड बनना बंद है. इन कार्डों का कोटा फुल है. वहीं 25 हजार से अधिक आवेदन पेंडिंग हैं. ऐसे में अनेक लोग सफेद राशन कार्ड बनवा रहे हैं. इसमें राशन नहीं मिलता है. सिर्फ केरोसिन मिलता है. यहां केरोसिन का उठाव नहीं होने से लोग सिर्फ एक दस्तावेज के रूप में सफेद राशन कार्ड बनवा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है