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Maa Kamakhya Temple: चमत्कारिक गुणों से भरा है असम का कामाख्या मंदिर, जानिए क्यों है रहस्यमय

Maa Kamakhya Temple: असम में स्थित मां कामाख्या मंदिर देवी कामाख्या को समर्पित एक रहस्यमय और चमत्कारिक मंदिर है. यह मंदिर तंत्र साधना और अंबुबाची मेले के लिए प्रसिद्ध है. तो चलिए आज आपको बताते हैं दिव्य स्त्री ऊर्जा से भरे कामाख्या मंदिर के बारे में.

Maa Kamakhya Temple: असम का कामाख्या मंदिर एक प्राचीन धार्मिक स्थल है, जो अपने रहस्यमय और चमत्कारिक गुणों के कारण जाना जाता है. यह मंदिर भारत की समृद्ध संस्कृति और धार्मिक विरासत की पहचान है, जहां बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक आते हैं. भारत के विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद माता सती के 51 शक्तिपीठों में से एक मां कामाख्या मंदिर, हिंदू धर्म का पवित्र धाम है. ये शक्तिपीठ वो पावन स्थान हैं, जहां माता सती के अंग गिरे थे. मां कामाख्या मंदिर असम के गुवाहाटी में स्थित है, जहां माता सती की योनि गिरी थी. यही कारण है कामाख्या मंदिर हिंदू धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है. अगर आपने भी असम घूमने का प्लान बनाया है, तो जरूर जाएं कामाख्या मंदिर.

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Maa Kamakhya Temple: अनोखी है मंदिर की वास्तुकला

असम के गुवाहाटी शहर से लगभग 8 किलोमीटर दूर नीलांचल पहाड़ी पर स्थित देवी कामाख्या का मंदिर बेहद आकर्षक और खूबसूरत है. चारों ओर से हरियाली और शांत वातावरण से घिरा कामाख्या मंदिर श्रद्धालुओं को मानसिक शांति और आध्यात्मिक ज्ञान देता है. इस मंदिर का विशिष्ट स्थापत्य कला पारंपरिक असमिया स्थापत्य तत्वों को दर्शाती है, जो पर्यटकों को इस मंदिर की ओर आकर्षित करती है. इस मंदिर में वार्षिकोत्सव के रूप में लगने वाला अंबुबाची मेला विदेश में भी प्रसिद्ध है, जो रहस्यमय है.

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Maa Kamakhya Temple: रहस्यमय है अंबुबाची मेले का आयोजन

मां कामाख्या मंदिर देवी सती के 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहां माता सती की योनी यानी प्रजनन अंग गिरा था. यही कारण है देवी कामाख्या का मंदिर हिंदू धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थलों में शामिल है. इस विश्व प्रसिद्ध मंदिर में हर साल 3 दिन के लिए अंबुबाची मेले का आयोजन किया जाता है. इस दौरान तीन दिनों तक कामाख्या मंदिर बंद रहता है, जो मां कामाख्या के मासिक धर्म चक्र को दर्शाता है. तीन दिनों तक चलने वाले अंबुबाची मेले के बाद चौथे दिन मंदिर का द्वार खुलता है. इस दिन देश के कोने-कोने से भक्त देवी का आशीर्वाद लेने कामाख्या मंदिर पहुंचते हैं.

कामाख्या मंदिर में लगने वाला अंबुबाची मेला काफी रहस्यमय है. यह एकमात्र देवी का मंदिर है, जहां मां मासिक धर्म चक्र से गुजरती है. माना जाता है कि देवी के पवित्र मासिक धर्म के रक्त में दिव्य उपचार के गुण होते हैं. कहा जाता है इस दौरान कामाख्या मंदिर आने वाली महिलाओं को देवी कामाख्या मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं से राहत प्रदान करती है.

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Maa Kamakhya Temple: तंत्र साधनाओं के लिए है प्रसिद्ध

देवी कामाख्या का मंदिर रहस्यमय और चमत्कारिक शक्तियों से परिपूर्ण है. इसके साथ कामाख्या मंदिर अपने तांत्रिक साधनाओं के लिए भी विश्व विख्यात है. यहां तांत्रिक पुजारी अनुष्ठानों और पूजा के माध्यम से देवी कामाख्या की दिव्य शक्ति का आवाह्न करते हैं. तांत्रिक सिद्धांत से की जाने वाली पूजा में अकसर मंत्रों का जाप, फूल, धूप और पवित्र चीजों को चढ़ाकर देवी की दिव्य उपस्थिति को महसूस किया जाता है. यही कारण है बड़ी संख्या में श्रद्धालु हर साल देवी कामाख्या के दर्शन करने असम पहुंचते हैं. मां कामाख्या मंदिर असम के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है.

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