रांची: डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) पीजी और यूजी अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए शनिवार को विदाई समारोह का आयोजन किया गया. कुड़माली विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ परमेश्वरी प्रसाद महतो ने कहा कि हम सभी की जिम्मेदारी है कि कुड़माली भाषा एवं संस्कृति से जुड़े रहें. इस मौके विभाग के वर्तमान छात्र-छात्राओं द्वारा अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को सम्मान के साथ सभाकक्ष में बैठाया गया. फिर उनका अभिवादन किया गया.
भाषा-संस्कृति की समृद्धि के लिए कार्य करते रहें
रांची के डीएसपीएमयू के हो भाषा विभाग के सहायक प्राध्यापक प्रो दिलदार पूर्ति ने कहा कि ज्ञान असीमित है. इसके सीखने की कोई उम्र नहीं है. हम पढ़ते-पढ़ाते हुए कुछ न कुछ सीखते हैं. कुड़ुख विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रामदास उरांव ने अपने विभाग और भाषा-संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि हमें अपने पुरखों की बिरासत को बनाये रखने की जरूरत है. सहायक प्राध्यापक डॉ निताई चंद्र महतो ने कहा कि जीवन के किसी भी क्षेत्र में अपना परिचय एक आदर्श, सच्चे, कर्मठ नागरिक के रूप में दें.
इन्हें दिया गया मोमेंटो
इस विदाई समारोह में स्नातक कुड़मालि के सत्र 2021-24 के अंतिम वर्ष के अंतिम सेमेस्टेर (सेम-6) के 16 विद्यार्थी एवं स्नातकोत्तर कुड़मालि के सत्र 2022-24 के अंतिम वर्ष के अंतिम सेमेस्टेर (सेम-04) के 42 विद्यार्थी को विदाई दी गयी. स्नातक एवं स्नातकोत्तर के अंतिम वर्ष के सभी विद्यार्थियों को विभाग एवं वर्तमान विद्यार्थियों की ओर से मोमेंटो भेंट किया गया. इसके साथ ही बीए बेस्ट के रूप में पूर्णिमा कुमारी को एवं एमए बेस्ट के लिए अयुश नंदन को बीए बेस्ट एवं एमए बेस्ट का मोमेंटो दिया गया.
मौके पर ये थे उपस्थित
कार्यक्रम की शुरूआत कुड़मालि परंपरा में प्रचलित चमक दिया पर दीप प्रज्जलित कर किया गया. मंच संचालन एमए सेम-2 के देव कुमार महतो एवं हेमंत अहीर ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन एमए अंतिम वर्ष के छात्र अयुष नंदन ने किया. मोमेंटो वितरण में तुलसी मुंडा, काजल महतो, लिलिमा, पूजा रानी, रिया, शीतल आदि ने सहयोग किया. इस अवसर पर संताली विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ संतोष मुर्मू एवं कुड़मालि विभाग में अध्ययनरत सभी सेमेस्टेर के विद्यार्थी मौजूद थे.