Lok Sabha News: कल्याण लोकसभा सीट से सांसद और शिवसेना (शिंदे गुट) नेता श्रीकांत एकनाथ शिंदे ने लोकसभा में एक बड़ी मांग की है. उन्होंने भारत में ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाने मांग रखी है. उन्होंने ऑनलाइन गेम्स से मानसिक स्वास्थ पर पड़ने वाले प्रभाव की बात करते हुए कहा कि इससे बहुत ख़तरा है, खासकर खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर इसका बुरा असर पड़ता है. इसकी लत के बढ़ने से अवसाद में जाकर कुछ लोग बढ़ते कर्ज के कारण आत्महत्या तक कर लेते हैं. संसद के बजट सत्र में शिंदे ने ‘जंगली रम्मी’ का हवाला दिया और इस पर और इसी तरह के अन्य प्लेटफ़ॉर्म पर संभावित प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया.
नेशनल काउंसिल का हवाला देते हुए किया बड़ा दावा
ऑनलाइन गेमिंग के बारे में बात करते हुए श्रीकांत शिंदे ने कहा कि नेशनल काउंसिल की 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, 30 प्रतिशत युवा ऑनलाइन गेमिंग के कारण मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं. इसके अलावा, 3.5 प्रतिशत वयस्क भी गेमिंग विकारों से पीड़ित हैं और 40 प्रतिशत लोग पैसे जीतने के लालच में फंस गए हैं.
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कल्याण सांसद बोले ऑनलाइन गेमिंग सट्टेबाजी से है जुड़ा
कल्याण लोकसभा सीट से सांसद श्रीकांत शिंदे ने ऑनलाइन गेमिंग के बढ़ते बाजार और सट्टेबाजी के कारोबार पर हमला करते हुए कहा “2025 तक, ऑनलाइन गेमिंग बाजार लगभग 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर का हो जाएगा. जंगली रम्मी का बाजार में एक बड़ा हिस्सा सट्टेबाजी से जुड़ा है,” उन्होंने कहा कि ऑनलाइन गेमिंग के जोखिमों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उन पर कड़े कानून बनाने के लिए कदम उठाने की जरूरत है.
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