मधुबनी. फाइलेरिया से सुरक्षित रखने और बचाव के लिए जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सर्वजन दवा सेवन अभियान की शुरुआत शनिवार को एनसीडीओ डॉ. एसएन झा और डीवीबीडीसीओ डाॅ डीएस सिंह ने संयुक्त रूप से दवा खाकर किया. इस अवसर पर उन्होंने आमलोगों से बचाव के लिए फाइलेरिया रोधी दवा खाने की अपील की. उन्होंने कहा कि फाइलेरिया या हाथी पांव कुरूपता और अपंगता की बीमारी है. इससे बचाव का सबसे सरल और आसान उपाय साल में एक बार चलने वाले मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन राउंड के दौरान पांच साल तक लगातार फाइलेरिया की दवा का सेवन करना है. उन्होंने कहा कि आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की टीम जब जाए तो उसके सामने दवा का सेवन अवश्य करें. उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र सहित रहिका प्रखंड के चार लाख लोगों को दवा खिलाई जाएगी. यह अभियान 10 से 27 अगस्त तक चलेगा. इसमें तीन दिन बूथ स्तर पर व 14 दिन घर-घर जाकर लोगों को दवा खिलाई जाएगी. कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में आइसीडीएस, जीविका, शिक्षा, पंचायतीराज, नगर निकाय, विश्व स्वास्थ्य संगठन, पिरामल, प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल और सेंटर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च जैसी स्वयंसेवी संस्थाएं भी स्वास्थ्य विभाग को सहयोग कर रही है.
गंभीर संक्रामक बीमारी है फाइलेरिया
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. डीएस सिंह ने कहा कि फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाला एक गंभीर संक्रामक बीमारी है. इसे आमतौर पर हाथी पांव भी कहा जाता है. कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है. फाइलेरिया के प्रमुख लक्षण हाथ, पैर व हाइड्रोसिल में सूजन होना है. प्रारंभिक अवस्था में इसकी पुष्टि होने के बाद जरूरी दवा के सेवन से इसे रोका जा सकता है. इसके लिए लोगों में जागरुकता जरूरी है.
शहरी क्षेत्र व रहिका प्रखंड में खिलाई जाएगी दवा
लोगों को फाइलेरिया संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा बूथ स्तर व घर-घर जाकर अपनी उपस्थिति में डीईसी व अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी. एमडीए कार्यक्रम के दौरान जिले के शहरी क्षेत्र के 1-45 वार्ड व रहिका प्रखंड के 4 लाख लोगों को यह दवा खिलाई जाएगी. 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों के अलावे सभी को दवा खिलाई जाएगी.
इस प्रकार करना है दवा का सेवन
जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डा. एसएन झा ने कहा है कि फाइलेरिया उन्मूलन सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में 2 वर्ष से 5 वर्ष के बच्चों को डीइसी तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली, 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के लोगों को डीईसी की दो व अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष एवं उससे अधिक उम्र के लोगों को डीइसी की तीन और अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी. लोगों को अल्बेंडाजोल का सेवन आशा कार्यकर्ता की उपस्थिति में चबाकर खाना है. कार्यक्रम में छूटे हुए घरों में आशा कर्मियों द्वारा पुनः भ्रमण कर दवा खिलाई जाएगी. मौके पर वेक्टर नियंत्रण पदाधिकारी राकेश कुमार रंजन, लक्ष्मीकांत, पिरामल डीपीओ धीरज कुमार सिंह, सी-फार के प्रमंडलीय समन्वयक अमन कुमार, पीसीआई के जिला कोऑर्डिनेटर विशाल कुमार सहित कई कर्मी उपस्थित थे.
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