राकेश वर्मा, बेरमो : भाजपा के नये बेरमो प्रखंड चंद्रप्रकाश सिंह को मनोनीत किये गये हैं. वह इसके पहले दो साल प्रखंड महामंत्री रहे हैं. वर्ष 1996 में गिरिडीह में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की सभा में पूर्व सांसद रवींद्र कुमार पांडेय के साथ बेरमो के कई लोगों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी. उस समय चंद्र प्रकाश सिंह ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी. तब से लेकर लगातार भाजपा में काम करते रहे.
मालूम हो कि वर्ष 1980 में भाजपा के पहले बेरमो प्रखंड पुराने जनसंघी मुक्तिनाथ तिवारी बने थे. इसके बाद मेघराज सिंह बने. वर्ष 1998 में प्रखंड अध्यक्ष पद को लेकर भरत यादव व दिलीप भगत मुन्ना के बीच जोरदार चुनावी संघर्ष हुआ. इसमें भरत यादव ने जीत दर्ज की थी. इसके बाद धनेश्वर महतो प्रखंड अध्यक्ष बने. धनेश्वर महतो व भाई प्रमोद कुमार सिंह के बीच भी अध्यक्ष पद को लेकर कड़ा संघर्ष हुआ था. इसके बाद विश्वनाथ यादव और संजय प्रसाद प्रखंड अध्यक्ष बनाये गये. संजय प्रसाद दो टर्म (तीन-तीन साल) इस पद पर रहे.मालूम हो कि पहले बेरमो व चंद्रपुरा मंडल एक था. बाद में चंद्रपुरा मंडल अलग हुआ. 1998 में जब प्रखंड अध्यक्ष का चुनाव हो रहा था, उस वक्त अरमो से लेकर तारमी तक बेरमो प्रखंड में आता था. उस वक्त फुसरो नगर परिषद का भी गठन नहीं हुआ था तथा नगर परिषद के सभी 28 वार्ड बेरमो प्रखंड में ही आते थे. चुनाव के लिए उस समय प्रखंड की हर पंचायत में 12-12 सदस्यों की एक समिति बना दी जाती थी, जो प्रखंड अध्यक्ष के चुनाव में हिस्सा लेती थी.
गिरिडीह व बोकारो के पहले जिलाध्यक्ष बने थे छत्रुराम
गोमिया के पूर्व विधायक रहे छत्रुराम महतो गिरिडीह जिला के पहले भाजपा अध्यक्ष बने थे. उनके बाद बेरमो के मजदूर नेता व पूर्व सांसद रामदास सिंह गिरिडीह जिलाध्यक्ष बनाये गये थे. जब बोकारो जिला का गठन हुआ तो इसके पहले जिलाध्यक्ष भी छत्रुराम महतो बने. इसके बाद बेरमो के डॉ प्रहलाद वर्णवाल बोकारो जिलाध्यक्ष बने. इसके अलावा बेरमो के ही पुराने भाजपा नेता जगरनाथ राम, बिनोद महतो, भरत यादव भी भाजपा जिलाध्यक्ष बने. भारतीय जनता युवा मोर्चा के पहले जिलाध्यक्ष बेरमो के डॉ प्रह्लाद वर्णवाल बने थे. इसके अलावा बेरमो के जगरनाथ राम, श्रवण सिंह व संजीव भी भाजयुमो के जिलाध्यक्ष बने.
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