दरभंगा. बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है. 24 घंटे में करीब डेढ़ फीट पानी और बढ़ गया है. जलस्तर में वृद्धि के कारण गत आठ अगस्त की रात पीपा पुल का डायवर्सन ध्वस्त हो जाने के बाद लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे हैं. जिस तरह लोहे के पाइप की सीढ़ी लगा लोग आवागमन कर रहे हैं, उससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है. सनद रहे कि पीपा पुल में लगायी गयी चचरी के पानी में डूब जाने व बीच में पीपा पुल के काफी ऊंचा हो जाने के कारण बागमती नदी के पश्चिमी भाग के लोगों का मुख्य बाजार क्षेत्र से सहज संपर्क कट गया है. इससे होकर आवागमन पूरी तरह ठप है. एक मात्र विकल्प इमलीघाट पुल से आवागमन में अधिक समय लगने व जाम से बचने के लिए निर्माणाधीन महराजीपुल से जान जोखिम में डाल लोग आ-जा रहे हैं. नाव की व्यवस्था नहीं रहने से लोग खतरा मोल लेकर एक तरफ से दूसरी ओर जा रहे हैं. आवागमन ठप होने के बाद नदी के पूर्वी भाग में पुल निर्माण कंपनी की ओर से एक लोहे के पाइप की सीढ़ी लगायी गयी है. इसी सीढ़ी के सहारे खतरा उठाकर लोग इस पार से उस पार आवागमन कर रहे हैं. स्कूली बच्चे, कामकाजी लोगों के साथ बुजुर्गों तक की इसी सीढ़ी के सहारे आवागमन करने की मजबूरी है. इसमें महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी हो रही है. इधर, जलस्तर में वृद्धि की रफ्तार से बाढ़ की आशंका लोगों को चिंतित कर रहा है. नेपाल के तराई क्षेत्र से पानी का बहाव होने के कारण जलस्तर के साथ बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है.
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