मसौढ़ी . धनरूआ प्रखंड के उत्क्रमित विधालय फुलपुरा में मिड डे मिल में बच्चों को बिस्कुट खिलाने के मामले में शनिवार को बीइओ नवल किशोर सिंह ने विद्यालय पहुंच इसकी जांच की और विद्यालय में बच्चों को बिस्कुट खिलाने का मामला सत्य पाया. इस बाबत बीइओ ने बताया कि इस आशय की खबर विभिन्न समाचार पत्रों में आने के बाद इसकी जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान प्रधानाध्यापक द्वारा मिड डे मिल से संबंधित रजिस्टर नहीं प्रस्तुत किया जा सका है. इसके अलावा बताया गया कि विद्यालय में पानी नहीं रहने की स्थिति में मध्याह्न भोजन नहीं बन पाया और ऐसी स्थिति में बच्चों को बिस्कुट दी गयी थी. बीइओ ने बताया कि विद्यालय में जगह की कमी की वजह से बोरिंग नहीं हो पायी है. इसकी व्यवस्था की जा रही है. साथ ही उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले में प्रधानाध्यापक चिन्टु कुमार से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है. स्पष्टीकरण में संतोषजनक जबाव नहीं मिलने पर प्रधानाध्यापक के खिलाफ कारवाई के लिए अनुशंसा की जायेगी. उधर, प्रखंड के एक और उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुस्तफापुर में कई दिनों से बच्चों को फल की जगह बिस्कुट दी जा रही थी. इसका एक वीडियो शनिवार को वायरल होने लगा. हालांकि वायरल वीडियो की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता है. इधर, वायरल वीडियो के आधार पर बीइओ नवल किशोर सिंह वहां भी जांच करने पहुंच गये, जहां बच्चों ने फल की जगह बिस्कुट देने की बात स्वीकार की. बीइओ ने मुस्तफापुर के प्रधानाध्यापक कहकशां तरन्नुम से भी इस संबंध में स्पष्टीकरण की मांग की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है