Cervical cancer: सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला एक गंभीर रोग है, जो गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) के कोशिकाओं में होता है. सर्विक्स गर्भाशय का निचला हिस्सा होता है, जो योनि से जुड़ा होता है. इस कैंसर का मुख्य कारण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) का संक्रमण होता है, जो यौन संपर्क के माध्यम से फैलता है.
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती चरण में आमतौर पर कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते हैं. लेकिन, जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, कुछ सामान्य लक्षण दिखाई देने लगते हैं.
1. योनि से असामान्य रक्तस्राव, विशेषकर मासिक धर्म के बीच या यौन संबंध के बाद.
2. योनि में असामान्य डिस्चार्ज, जो दुर्गंधयुक्त हो सकता है.
3. श्रोणि (पेल्विक) क्षेत्र में दर्द या असहजता.
4. यौन संबंध के दौरान दर्द.
कारण और जोखिम कारक
जैसा कि पहले बताया गया है, HPV संक्रमण सर्वाइकल कैंसर का प्रमुख कारण है. लेकिन कुछ अन्य कारक भी हैं जो इस कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं.
1. प्रारंभिक आयु में यौन संबंध बनाना
2. एक से अधिक यौन साथी होना
3. धूम्रपान करना
4. कमजोर इम्यून सिस्टम
Also read: World lung cancer day 2024: फेफड़ा कैंसर के कारण और लक्षण को जाने
रोकथाम और स्क्रीनिंग
सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए नियमित रूप से स्क्रीनिंग टेस्ट कराना बहुत जरूरी है. पाप स्मीयर (Pap smear) और HPV टेस्ट ऐसे ही कुछ स्क्रीनिंग टेस्ट हैं, जो सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचानने में मदद करते हैं. इसके अलावा, HPV वैक्सीन लगवाकर भी इस कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है.
उपचार के विकल्प
सर्वाइकल कैंसर के उपचार का चुनाव कैंसर के चरण और रोगी की सेहत पर निर्भर करता है. उपचार के प्रमुख विकल्पों में शामिल हैं
1. सर्जरी
कैंसर को हटाने के लिए प्रभावित हिस्से को सर्जरी द्वारा निकाल दिया जाता है.
2. रेडियोथेरेपी
कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए उच्च ऊर्जा किरणों का उपयोग किया जाता है.
3. कीमोथेरेपी
कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है.
Also read:Breast cancer: स्तन कैंसर के प्रकार और चरण
सर्वाइकल कैंसर गंभीर लेकिन रोकथाम योग्य बीमारी है. नियमित स्क्रीनिंग और सावधानियों के माध्यम से इसे शुरुआती चरण में ही पहचाना जा सकता है और इसका सफल इलाज किया जा सकता है. महिलाओं को इस बारे में जागरूक रहना चाहिए और अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.