प्रतिनिधि, मधुपुर.
अनुमंडल कार्यालय के निकट बस पड़ाव में यात्रियों के लिए बुनियादी सुविधा नहीं है. उक्त बस पड़ाव में तीन दशक पूर्व यात्री शेड का निर्माण किया गया था, जिसे जर्जर होने पर ध्वस्त कर दिया गया. यात्री धूप और बरसात में आसपास की दुकानों में बैठकर बस का इंतजार करते हैं. महिलाओं व बच्चों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. प्राइवेट बस पड़ाव में पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है. वर्षों पुराना एकमात्र लगा चापाकल बराबर खराब रहता है. यात्री चाय-पान की दुकानों से पानी खरीद कर पीते हैं. नगर परिषद द्वारा यहां दो शौचालय व स्नानागार का निर्माण किया गया है, जिसमें एक रखरखाव के अभाव में जर्जर होता जा रहा है. शौचालय व स्नानागार के पास नशेड़ी का अड्डा लगा रहता है. शाम ढलते ही यहां असामाजिक तत्व सक्रिय हो जाते हैं. सपहा में नया बस स्टैंड का निर्माण होना है, लेकिन यहां भी प्रक्रिया धीमी गति से चल रही है. बताते चलें कि मधुपुर बस पड़ाव से 25 बसों का संचालन आसपास के विभिन्न शहरों के लिए किया जाता है. नगर परिषद द्वारा प्राइवेट बस स्टैंड का प्रतिवर्ष नीलामी किया जाता है. नीलामी से अच्छे खासे राजस्व की भी प्राप्ति होती है. बावजूद बस पड़ाव में यात्री सुविधा के लिए समुचित व्यवस्था नहीं है. स्थानीय लोगों ने मधुपुर प्राइवेट बस स्टैंड पर समुचित बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने की मांग मंत्री हफीजुल हसन से की है. लोगों का कहना है कि जब तक सपहा में नवनिर्मित बस स्टैंड का निर्माण नहीं हो जाता, तब तक के लिए प्राइवेट बस स्टैंड में यात्री सुविधा मुहैया करायी जाये.————————————————————–राजस्व से कमाई के बाद भी नहीं दिया जा रहा ध्यान
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है