मधुबनी. डीएम अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में बाल विकास परियोजना द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक हुई. जिलाधिकारी ने पिछले माह की बैठक संबंधित कार्यवाही के अनुपालन को लेकर समीक्षा कर कई निर्देश दिए. उन्होंने पोषण ट्रैकर के विभिन्न मानकों, सूचकांक में शत प्रतिशत उपलब्धि के लिए निर्देश दिया. बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को निर्देश दिया कि संबंधित प्रखंड में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित बीएलटीएफ की बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि डायरिया उन्मूलन को लेकर जिले में चलाये जा रहे अभियान में सभी सीडीपीओ महत्वपूर्ण भूमिका निभाये. डायरिया से बचाव को लेकर आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार करें. सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्वच्छता विशेषकर हैंडवाश को लेकर जागरूकता अभियान चलाए. बैठक में कहा कि पोषाहार का वितरण सही प्रकार करें. इससे संबंधित डेटा पोर्टल पर अपलोड करें. यह कह देना कि इंटरनेट नेटवर्क की कमी से समय से डेटा अपलोड नहीं हो पाया है. उन्होंने इसके लिए प्रखंड स्तर पर सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की बैठकों में उन्हें तकनीकी जानकारी के साथ साथ आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए. डीएम ने कहा कि वे स्वयं अपने क्षेत्र भ्रमण के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करेंगे. लापरवाही करने वाले पर कार्रवाई होगी. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर टैग किए गए बच्चों का प्रत्येक माह ऊंचाई और वजन लेकर पंजी में संधारित किया जाए. उन्होंने कहा कि जिस वार्ड में नल जल योजना सुचारू रूप से चल रहा है. वहां नल का कनेक्शन अचूक रूप से करवाएं. उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों पर शौचालय रहने और उसे क्रियाशील बनाए रखने के भी निर्देश दिए. कहा कि सभी महिला पर्यवेक्षक भ्रमणशील रह कर आंगनबाड़ी केंद्रों की गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए रखें. लापरवाही बरतने पर महिला पर्यवेक्षकों के मानदेय कटौती की बात भी कही. बैठक में आईसीडीएस की डीपीओ सहित जिले के सभी प्रखंडों की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी मौजूद थी.
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