अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हुई बैठक, लिये गये कई महत्वपूर्ण फैसले
संवाददाता, हावड़ा
आरजी कर मेडिकल कॉलेज की घटना के बाद सभी सरकार अस्पताल अपनी सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने में जुट गये हैं. इसी कड़ी में जिले के पहले मेडिकल कॉलेज उलबेड़िया शरतचंद्र मेडिकल कॉलज एंड हॉस्पिटल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बैठक की गयी. यहां वर्ष 2022 में मेडिकल की पढ़ाई शुरू हुई है, लेकिन अब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ है. मरीजों के परिजनों के अनुसार, अस्पताल परिसर में अवांछित लोगों की भीड़ लगी रहती है. इसमें कई दलाल भी हैं, जो मरीज के परिजनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराने का प्रलोभन देते हैं.
वहीं, उलबेड़िया उत्तर के विधायक एवं हॉस्पिटल की रोगी कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ निर्मल माझी ने कहा कि आरजी कर की घटना से हमें सीख लेने की जरूरत है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यहां की सुरक्षा व्यवस्था में कोई खामी नहीं है. इसके बावजूद रात में सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ायी जायेगी. डॉ माझी ने कहा कि महिला डॉक्टरों और मेडिकल की पढ़ाई कर रहीं छात्राओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए बैठक में कई फैसले लिये गये हैं.
बताया जा रहा है कि रात में ड्यूटी करने वालीं महिला डॉक्टरों के लिए बने विश्राम कक्ष के बाहर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाये गये हैं. बैठक में यहां कैमरे लगाने का फैसला लिया गया है. साथ ही महिला शौचालय के बाहर भी कैमरे लगाये जायेंगे. यहां पढ़ने वाले छात्र अस्पताल परिसर में बने हॉस्टल में रहते हैं. हालांकि यह हॉस्टल अस्थायी है. छात्रों के रहने के लिए दो बिल्डिंग बन रही हैं.
जिला पुलिस अधीक्षक स्वाति भंगालिया ने कहा कि 24 घंटे हॉस्पिटल पुलिस की निगरानी में है. वहां पुलिसकर्मियों की तैनाती भी रहती हैं. आरजी कर की घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक हुई है. पुलिस डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तत्पर है.
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