21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पीएम इतिहास के गुमनाम पक्ष को भी उजागर कर रहे : हरिवंश

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने डॉ भीम सिंह लिखित पुस्तक ‘ भारत के 75 महान क्रांतिकारी’ के विमोचन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की है.

राज्यसभा के उपसभापति ने डॉ भीम सिंह लिखित पुस्तक ‘भारत के 75 महान क्रांतिकारी’ का किया विमोचन

संवाददाता, नयी दिल्ली/पटना

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने डॉ भीम सिंह लिखित पुस्तक ‘ भारत के 75 महान क्रांतिकारी’ के विमोचन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की है. उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री इतिहास के गुमनाम पक्ष को भी उजागर कर रहे हैं. हरिवंश ने डॉ भीम सिंह की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने ‘कम ज्ञात नायकों’ पर लेखनी उठायी. साथ ही इस बात के लिया खेद प्रकट किया कि स्वतंत्रता संघर्ष के क्रांतिकारी आंदोलन के पक्ष को कम कर आंका गया है. इस पुस्तक विमोचन समारोह का आयोजन रविवार को नयी दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में किया गया था. इस पुस्तक में भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष में क्रांतिकारियों के देशप्रेम और देश के लिए उनके संघर्ष व बलिदान को विस्तार से रेखांकित किया किया गया है. कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ भीम सिंह ने पुस्तक लेखन की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए कहा कि युवा अवस्था से ही वे क्रांतिकारियों के जीवन से प्रेरित होते रहे हैं. आजादी के 75वें साल में क्रांतिकारियों के प्रति श्रद्धांजलि स्वरूप इस पुस्तक की रचना की है. इसके लेखन के लिए उन्होंने सैकड़ों पुस्तकों व दस्तावेजों का लगभग दो वर्षों तक अध्ययन किया है. इन 75 क्रांतिकारियों में कई ऐसे क्रांतिकारी भी हैं, जिन्हें आज लोग लगभग भूल चुके हैं पर उनका संघर्ष व योगदान प्रसिद्ध क्रांतिकारियों से कहीं से भी कम नहीं था. उदाहरणस्वरूप टाटिया भील, मास्टर दा सूर्यसेन, प्रीतिलता वाडेदार, पंडित परमानंद झांसी, ज्योतिंद्र नाथ मुखर्जी, वांची अय्यर, कन्हरे, सराभा, रानी गाईदिनल्यू आदि के नाम लिये जा सकते हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें