वरीय संवाददाता, धनबाद.
भौंरा के जगंल में रविवार की सुबह एक पांच साल का बच्चा जख्मी हालत मिला है. सुबह उधर शौच करने गये ग्रामीणों को उक्त बच्चा मिला. इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी जानकारी राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं को दी. विभिन्न दलों के नेताओं से इसकी सूचना सीडब्ल्यूसी धनबाद के चेयरमैन उत्तम मुखर्जी को मिलने पर उन्होंने मामले की जानकारी भौंरा ओपी को दी. इसके बाद पुलिस ने बच्चे को रेस्क्यू कर उसका प्राथमिक उपचार जामाडोबा स्थित टाटा स्टील के अस्पताल में कराया. बच्चे के सिर और गर्दन में चोट लगी है. प्राथमिक इलाज के बाद भौंरा पुलिस ने बच्चे को सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत किया. मामले की गंभीरता को देख सीडब्ल्यूसी की बेंच के साथ जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी साधना कुमारी भी मौजूद थी. सीडब्ल्यूसी ने बच्चे को बेहतर इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच में भर्ती करा दिया है. यहां बच्चे की स्थिति स्थिर है.बच्चे ने दिया मां का नंबर :
उक्त बच्चा बांग्ला बोलता है. उसने सीडब्ल्यूसी के सदस्यों को अपनी मां का मोबाइल नंबर बताया. इसके बाद चेयरमैन उत्तम मुखर्जी से उनसे संपर्क किया. महिला ने बच्चे की हत्या का प्रयास करने का आरोप अपने तीसरे पति पर लगाया है. उसने बताया कि पहले पति ने निधन के बाद उसने दूसरी शादी की थी. पहले पति से उसे तीन बच्चे हैं (एक पुत्र व दो पुत्री). लेकिन दूसरी शादी भी नहीं चली. इसके बाद उसने दूसरे समुदाय में तीसरी शादी की. वह अभी पुरुलिया के कटिन पारा मोहल्ले में रह रही है. महिला ने बताया कि उसका पांच वर्षीय बेटा शनिवार की दोपहर से ही लापता था. उसे रविवार को धनबाद से फोन आने पर घटना का पता चला. इधर सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन उत्तम मुखर्जी ने बताया कि मामला दूसरे राज्य से जुड़ा है. दो-तीन दिन में मामले को पुरुलिया चाइल्ड लाइन को आगे की कार्रवाई के लिए सौंप दिया जायेगा. फिलहाल बच्चा सुरक्षित है. इसका इलाज सीडब्ल्यूसी की निगरानी में चल रहा है. बच्चे के बेहतर इलाज में सीडब्ल्यूसी के सदस्य डॉ प्रेम कुमार, डॉ मीरा सिन्हा, ममता अरोड़ा, पीएलवी चंदन कुमार, चाइल्ड लाइन की सिम्पी गुप्ता, विशेष दत्तक ग्रहण के नीरज दे ने सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है