इलाका डेंजर जोन घोषित होने के बाद विद्यालय में रह रहा था एक परिवार, भागने के दौरान बच्चा हुआ जख्मी, गुस्साये लोगों ने परियोजना का काम बंद कराया बीसीसीएल कतरास एरिया अंतर्गत एकेडब्ल्यूएमसी परियोजना (अंगारपथरा पैच) में डेंजर जोन घोषित इलाके में परित्यक्त नया प्राथमिक विद्यालय, कांटा पहाड़ी का एक कमरा जोरदार आवाज के साथ रविवार की रात करीब नौ बजे जमींदोज हो गया. कमरा करीब 60- 70 फीट नीचे धंस गया. इससे वहां अफरा-तफरी मच गयी. घटना के दौरान भूली क्वार्टर धौड़ा निवासी अरुण भुइयां का सात वर्षीय पुत्र रणवीर कुमार उर्फ गोलू घायल हो गया. स्कूल व आसपास में रहने वाले कई परिवार बचे इलाका डेंजर जोन घोषित होने के बाद भी वहां रहने वाले आठ परिवार स्कूल व आसपास के आवासों में शरण लिये हुए हैं. घटना के समय अरुण भुइयां का परिवार स्कूल के बरामदे में भोजन कर रहा था. रणवीर वहां खाना खा रहा था. इसी दौरान जोरदार आवाज के साथ स्कूल की दीवार ढहने लगी. यह देख रणवीर बर्तन लेकर दौड़ पड़ा. इस दौरान गिरने से वह जख्मी हो गया. घटना के बाद वहां रहने वाले वाले लोग जुटे. आक्रोशित लोगों ने परियोजना का काम बंद करा दिया. भूली क्वार्टर निवासी अरुण भुइयां का घर परियोजना में जाने के बाद वह परित्यक्त विद्यालय भवन में अपने परिवार के साथ रह रहा था. प्रबंधन द्वारा उसे अन्यत्र जमीन उपलब्ध कराने का भरोसा दिया गया था. इस बीच यह घटना घट गयी. घटना के बाद अरुण का परिवार भयभीत है. उसने बताया कि स्कूल का कमरा जमींदोज होने से उसमें रखे सामान बर्बाद हो गये. इससे उसे हजारों का नुकसान हुआ है. परित्यक्त घोषित होने के बाद इस विद्यालय में डेढ़ साल से पठन-पाठन बंद कर किया गया है. बीसीसीएल के सर्वे विभाग ने घोषित किया है डेंजर जोन बीसीसीएल के सर्वे विभाग ने कुछ दिन पूर्व उक्त इलाके को डेंजर घोषित किया था. डेंजर जोन घोषित होने के बाद प्रबंधन द्वारा इलाके को खाली करने का नोटिस दिया गया था. वहां रहने वाले कुछ परिवारों को कंपनी द्वारा पुनर्वास कराया गया है. वर्तमान में आठ परिवार पुनर्वास की मांग को लेकर वहीं रह रहे हैं.
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