भवनाथपुर थाना क्षेत्र के बनखेता गांव निवासी बौध ठाकुर की पत्नी सरस्वती देवी का शव परिजनों ने अपने घर ले जाने से इनकार कर दिया. इस संबंध में मृतका का पुत्र महेंद्र ठाकुर ने बताया कि अपनी इच्छा से उसने अपनी मां का मृत शरीर वनांचल डेंटल कॉलेज तथा देवकी महावीर होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को शिक्षण तथा प्रशिक्षण कार्य के लए दान दे दिया है. उन्होंने बताया कि सरस्वती देवी 25 वर्ष पूर्व अपने पहले पति बौध ठाकुर को छोड़कर अपनी मायके धुरकी थाना क्षेत्र के परासपानी चली गयी थी. इसके बाद किसी अन्य व्यक्ति के साथ उसने अपना घर बसा लिया था. उन्होंने बताया कि बीमार होने के बाद सरस्वती देवी के मायके के लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराकर उसे छोड़ कर चले गये थे. वहीं उसका दूसरा पति भी सामने नहीं आया. इस दौरान पुलिस ने भवनाथपुर की जिप सदस्य रंजनी शर्मा एवं वार्ड पार्षद दिनेश ठाकुर को सरस्वती देवी के निधन की खबर दी गयी. रंजनी शर्मा ने शव की पहचान कराकर घटना की जानकारी उसके परिजनों को दी. इसके बाद पुलिस ने सरस्वती देवी के शव का अंत्यपरीक्षण कराया. इसके बाद घर के लोगों ने निर्णय लिया कि शव को डेंटल कॉलेज को दान दे दिया जाये
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है