दरभंगा. यातायात नियमों के उल्लंघन की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि हो रही है. वाहन चालक, सवार के अलावा सड़क पर चल रहे पैदल यात्री भी दुर्घटना की शिकार हो रहे हैं. अधिकांश सड़क दुर्घटना अप्रशिक्षित चालक एवं अनियंत्रित वाहन चालन की वजह से हो रही है. लापरवाही एवं लहरिया कट की वजह से अपने साथ-साथ दूसरे की भी जान वाहन चालक ले रहे हैं. परिवहन विभाग के आंकड़े बताते हैं कि 01 जनवरी 2022 से अब तक जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में 735 सड़क दुर्घटना हुई है. इसमें 1188 लोग दुर्घटनाग्रस्त हुए. 375 लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. 260 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. आंकड़ा बताता है कि 92 घटना में 71 लोगों की जान लेने वाले वाहन को लेकर चालक फरार हो गया. जबकि 644 दुर्घटना में 304 लोगों की जान लेने वाले वाहन को घटनास्थल पर ही पकड़ लिया गया. इस वर्ष जनवरी से जुलाई तक जिले में 184 सड़क दुर्घटना हो चुकी है. इसमें 262 लोग दुर्घटनाग्रस्त हुए. 143 लोगों की मौत दुर्घटनास्थल पर हो गई. 98 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. वर्ष 2022 का डाटा बताता है कि उस वर्ष 266 सड़क दुर्घटना हुई. इसमें 466 लोग दुर्घटनाग्रस्त हुए. 232 लोगों की मौत हो गई. 108 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. वर्ष 2023 का डाटा बताता है कि उस वर्ष 285 सड़क दुर्घटना हुई. इसमें 460 लोग दुर्घटनाग्रस्त हुए. 228 लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. 132 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. इस वर्ष जनवरी से जुलाई तक यातायात नियमों का उल्लंघन करने के मामले में 8700 वाहन चालकों पर जुर्माना ठोका गया. यातायात नियमों के उलंघन से संबंधित मामले में विभाग को 95 लाख रुपया राजस्व प्राप्त हुआ. सबसे अधिक हेलमेट पहनकर नहीं चलने वाले दो चक्का वाहन चालकों से जुर्माना वसूल किया गया. ड्राइविंग लाइसेंस लेकर नहीं चलने वालों से भी जुर्माना वसूल किया गया. दुर्घटना स्थल पर पुलिस की जांच में पता चला कि 117 वाहन चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस ही नहीं था. इस साल जनवरी से जुलाई तक के दुर्घटनाग्रस्त स्थल पर वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस की जांच में यह सामने आया है. इस वर्ष की सड़क दुर्घटनाओं में मात्र 49 ड्राइवर के पास वाहन चलाने का लाइसेंस पाया गया. 18 वाहन चालक ने बताया कि ड्राइविंग लाइसेंस तो है, परंतु पास में नहीं है. डीटीओ श्रीप्रकाश ने बताया कि यातायात नियमों का पालन करने का दायित्व सड़क पर चलने वाले वाहन चालकों एवं पैदल यात्रियों का है. सड़क दुर्घटना में कमी लाने को लेकर समय-समय पर जन जागरूकता अभियान चलाया जाता है. इसके अलावा सवारी वाहन चालकों की समय-समय पर स्वास्थ्य जांच एवं आंख की जांच की जाती है. सबसे अधिक सड़क दुर्घटना अप्रशिक्षित, बिना ड्राइविंग लाइसेंस लेकर चलने वाले तथा लहरिया कट चालकों की वजह से होती है.
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