Saurbazar Medical College: सहरसा में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज अस्पताल बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा स्थान चिह्नित करने की प्रक्रिया चल रही है. जिसमें जिला के तीन जगहों को चिह्नित किया गया है. तीनों में कहीं एक जगह मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निर्माण होना है. जिसमें सौरबाजार प्रखंड के कांप पश्चिमी पंचायत स्थित ठेंगहा गांव स्थित जंगल मुसहरी का भी नाम प्रस्तावित है. जिला और अंचल प्रशासन द्वारा जबसे यहां स्थल निरीक्षण कर रिपोर्ट सरकार को भेजने की प्रक्रिया की गयी है, तब से यहां के लोग काफी उत्साहित हैं और सरकार से जिला में प्रस्तावित तीनों जगहों में सबसे अधिक क्षेत्रफल में बिहार सरकार की जमीन यहां उपलब्ध होने का दावा करते हुए यहीं मेडिकल कॉलेज अस्पताल बनाने की मांग शुरू कर दी है.
Saurbazar Medical College: सरकारी ज़मीन पर है लोगों का कब्ज़ा
स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां बिहार सरकार की 168 एकड़ जमीन उपलब्ध है. जिसमें 25 से 30 एकड़ जमीन का भू भाग खाली है. बाकी कुछ जमीनों को यहां के स्थानीय लोगों द्वारा कब्जा कर उसपर खेती की जा रही है. कुछ लोगों ने बिहार सरकार की जमीन को फर्जी केवाला के आधार पर कब्जा कर लिया है. जबकि जमीन का कुछ हिस्सा यहां बसे महादलित समुदाय के लगभग 2 सौ परिवारों में बासगीत पर्चा के रुप में अंचल प्रशासन द्वारा बांटा गया है. बिहार सरकार की कुछ जमीन इससे सटे कांप पूर्वी पंचायत में भी है. जिसे स्थानीय लोगों द्वारा कृषि के लिए उपयोग किया जा रहा है.
Saurbazar Medical College: अस्पताल पहुंचने के लिए करना पड़ता है संघर्ष
स्थानीय लोग रामानंद कुमार, संतोष कुमार, प्रीतम सादा, बिलाशक सादा, बबलू सादा, कमलू सादा, पितांबर राम, हक्को सादा, दामोदर सादा, अर्जुन सादा, सिकेन्द्र चौधरी, इंदल ठाकुर, पप्पू सादा समेत दर्जनों लोगों ने कहा कि यहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल बनाने से प्रखंड के अतिरिक्त पत्तरघट, सोनवर्षा राज समेत सैकड़ों पंचायतों और गांव के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सकेगी. जो यहां से लगभग 40 किलोमीटर दूर सहरसा सदर अस्पताल पहुंचकर अपना इलाज करवाते हैं. कई गंभीर मरीजों की मौत अस्पताल पहुंचने के दौरान रास्ते में भी हो जाती है. इसलिए इस सुदूर क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज अस्पताल बननी चाहिए.
Saurbazar Medical College: नई उम्मीद की किरण
स्थानीय मुखिया अरेंद्र यादव समेत कई जनप्रतिनिधियों ने भी सरकार से मांग करते हुए कहा कि इससे बेहतर जगह सहरसा जिला में मेडिकल कॉलेज अस्पताल बनाने के लिए जिला प्रशासन को दूसरी जगह मिलना मुश्किल है. इसलिए इस जगह को ही प्रथम प्राथमिकता देते हुए यहां ही काॅलेज बनवाने के लिए प्रस्ताव भेजना बेहतर होगा.