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मौत से हार गयी मां, जिंदगी के लिए जंग लड़ रहे बेटा और बेटी

जिले के वाणावर पहाड़ पर भगवान सिद्धेश्वरनाथ के दर्शन को गई काको पाली की बबीता देवी तो सोमवार की घटना में मौत से हार गयी लेकिन उसका पूरा परिवार अब भी अपनी जान बचाने के लिए जिंदगी की जंग लड़ रहा है. सोमवार को उसका पूरा परिवार बाबा सिद्धेश्वरनाथ के दर्शन के लिए गया था, जो वहां की भगदड़ की चपेट में आ गया.

जहानाबाद

. जिले के वाणावर पहाड़ पर भगवान सिद्धेश्वरनाथ के दर्शन को गई काको पाली की बबीता देवी तो सोमवार की घटना में मौत से हार गयी लेकिन उसका पूरा परिवार अब भी अपनी जान बचाने के लिए जिंदगी की जंग लड़ रहा है. सोमवार को उसका पूरा परिवार बाबा सिद्धेश्वरनाथ के दर्शन के लिए गया था, जो वहां की भगदड़ की चपेट में आ गया. इस घटना में बबीता देवी की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. जबकि उसका पूरा परिवार बुरी तरह घायल हो गया. हाल यह है कि बबीता देवी की 16 वर्षीय बेटी माधुरी कुमारी अभी भी पीएमसीएच में भर्ती है, जो अपनी जिंदगी बचाने के लिए मौत से जंग लड़ रही है. उसकी कमर टूटी हुई है, पैर टूटा हुआ है और शरीर के अन्य हिस्सों में गहरी चोट है. वहीं उसके 10 वर्ष के बेटे सौरव कुमार के सिर और आंखों में गहरी चोट है. सदर अस्पताल से उसे छुट्टी दे दी गयी है लेकिन अभी भी उसके आंख से रक्त आ रहा है. मृतका की बहन अनुराधा देवी भी घटना के समय उसके साथ थी.

भगदड़ के दौरान वह भी लोगों के कदमों के नीचे आ गयी जिसके कारण उसके सिर और छाती में गहरी चोट आयी है. डॉक्टर ने उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया है किंतु वह पीएमसीएच नहीं जाना चाहती है. उसके पति रमेश यादव ने बताया कि पीएमसीएच में डॉक्टरों की हड़ताल चल रही है जिसके कारण मरीजों को वहां सही ढंग से ट्रीटमेंट नहीं किया जा रहा है. अनुराधा देवी बताती है कि भगवान ने उसे बचाया है वह भगदड़ के दौरान नीचे गिरी हुई थी और अनगिनित लोग उसके ऊपर से होकर गुजर रहे थे. अनुराधा देवी की बेटी भी इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुई है. उसकी बेटी प्रियंका कुमारी को भी गहरी चोट लगी है. पूरा चेहरा सूजा हुआ है और आंख में रक्त भर आया है. बबीता देवी की मौत के बाद आपदा अनुग्रह अनुदान के तहत चार लाख का चेक दिया जा चुका है. बबीता देवी के देवर रणविजय कुमार मखदुमपुर ब्लॉक जाकर बीडीओ और सीओ से चार लाख 20 हजार का चेक प्राप्त किए हैं. बबीता देवी के पति बिंदेश्वरी यादव ने मुखाग्नि दी है जिसके कारण चेक की राशि लेने के लिए उन्होंने अपने भाई रणविजय कुमार को प्रखंड कार्यालय भेजा था किंतु घायलों को अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया है. अनुराधा देवी उसकी बेटी या बबीता देवी के घायल बच्चों को घायलों के लिए घोषित किए गए 50 हजार की राशि अभी तक नहीं दी गयी है. बराबर की घटना के बाद सदर अस्पताल में बराबर में घायल 18 लोगों का इलाज किया गया है जिनमें से तीन लोगों को पीएमसीएच भेजा गया है. जबकि अनुराधा देवी और उसकी बेटी प्रियंका कुमारी अभी सदर अस्पताल में ही भर्ती है. जबकि अन्य लोगों को छुट्टी दे दी गयी है.

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