संवाददाता, पटना औरंगाबाद जिले के दाउदनगर इलाके में सोन कैनाल नहर में कार गिरने से मौत के शिकार बने छह लोगों में शामिल कन्हाई यादव ने अपने बेटे रोहित के बेहतर स्वास्थ्य के लिए गुप्ता धाम में बाबा भोले के दर्शन की मन्नत मांगी थी. परिवार के सारे सदस्य पिछले साल गुप्ता धाम चले गये. लेकिन रोहित नहीं जा पाया था. इसके बाद कन्हाई यादव ने अपने बेटे रोहित को गुप्ता धाम में बाबा भोले के दर्शन का कार्यक्रम बना लिया. इसके बाद कन्हाई राय, उनका बेटा रोहित, दीपक, अमित व अमित कार से रविवार को दिन में एक बजे पटना से गुप्ता धाम के लिए निकले. जबकि नारायण चौहान वहां पहले से गये हुए थे. सोमवार की रात करीब आठ-नौ बजे सभी वहां से निकले और नारायण चौहान को भी अपनी गाड़ी पर बैठा लिया. इसी दौरान मंगलवार के अहले सुबह दाउदनगर थाने के नहर रोड में चमन बिगहा के पास मेन सोन कैनाल नहर में कार गिर गयी और सभी की मौत हो गयी. ग्रामीणों ने सुबह छह बजे कार को कैनाल में तैरता हुआ पाया और उसमें शव को देखा. इसके बाद पुलिस पहुंची और सभी को बाहर निकला गया. लेकिन अमित का शव नहीं मिला. इसके बाद गाड़ी से मिले कागजात, मोबाइल और गाड़ी के नंबर से सभी की पहचान हुई. स्थानीय प्रशासन ने मंगलवार को करीब दस बजे दिन में फोन कर परिजनों को घटना के संबंध में जानकारी दी. बेटे और पोते का एक साथ शव देख कर दादा हो गये बेसूध कन्हाई के पिता शिवजी राय राजीव नगर चौक के पास बबलू नाम से चाय की दुकान चलाते हैं. जब अपने सबसे बड़े बेटे कन्हाई और पोते रोहित का एक साथ शव देखा तो वे बेसुध हो गये. कन्हाई की पत्नी सुनीता देवी का रो-रो कर बुरा हाल था. शिवजी राय ने बताया कि मंगलवार को दस बजे दिन में उन लोगों को घटना की जानकारी मिली. उन्होंने कहा कि रात से ही कन्हाई का मोबाइल फोन स्विच ऑफ आ रहा था. हालांकि स्थानीय राहुल कुमार ने बताया कि अमित से उसकी बात सोमवार की रात करीब नौ बजे हुई थी और उसने वापस लौटने की जानकारी दी थी. कन्हाई अपने पीछे पत्नी और दो बेटी को छोड़ गये हैं. कन्हाई राय की अपने घर में ही किराना दुकान थी. वे मूल रूप से दानापुर के कासिमचक पंचायत के विशुनपुर गांव के रहने वाले हैं. कन्हाई तीन भाइयों में सबसे बड़े थे. कन्हाई का इकलौता पुत्र रोहित प्रेमा पब्लिक स्कूल में पांचवी क्लास का छात्र था. अमित का नहीं मिला शव, पिता करते थे सेना में नौकरी राजेंद्र नगर रोड नंबर अमित का शव नहीं मिल पाया था. जिसके कारण उसके घर में भी कोहराम मचा था. अमित के पिता सेना में थे. यह दो भाईयों में बड़ा था. अमित के पिता फिलहाल दुनिया में नहीं हैं. जिसके कारण घर की सारी जिम्मेदारी अमित के कंधे पर थी. यह कैब चला कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था. पत्नी से हुई थी रवि की बातचीत रवि की पत्नी निशा पांडे और पूरे परिजनों का बुरा हाल था. निशा ने बताया कि सोमवार की रात करीब दस बजे बात हुई थी और यह बताया था कि वे लोग 12 बजे तक पटना पहुंच जायेंगे. अभी सासाराम में है. इसलिए तुम सो जाना. इसके बाद उनसे बात नहीं हुई और मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ बताने लगा. रवि की एक साल चार की बेटी है और शादी को पांच साल पूरे हो चुके हैं. रवि कुमार मूल रूप से आरा के रहने वाले हैं. इनका पश्चिम बंगाल में भी घर है. स्विफ्ट डिजायर कार रवि के एक दोस्त की थी, जिसे उन्होंने एक माह पहले ही खरीदा था. इसी कार से सभी गुप्ता धाम गये थे. राजीव नगर 15 इ में रवि की श्रृंगार की दुकान है और किराये पर अपनी पत्नी व बच्चे के साथ रहते थे. इ-रिक्शा चलाता था दीपक कुमार दीपक मूल रूप से वैशाली जिले के जंदाहा के पानापुर बटेश्वरनाथ के रहने वाले थे और राजीव नगर रोड नंबर 15 में शंकर सिंह के मकान में किराये पर रह रहे थे. दीपक इ-रिक्शा चलाते थे. ये कन्हाई के दूर के रिश्तेदार भी थे और अपने परिवार के साथ पटना में कई साल से रह कर जीवनयापन करते आ रहे थे. राजमिस्त्री का काम करते थे नारायण नारायण राजमिस्त्री का काम करते थे और कन्हाई के राजीव नगर रोड नंबर 15 इ में स्थित एक और दूसरे मकान में किरायेदार थे. नारायण पहले से ही गुप्ता धाम पहुंचे हुए थे. कन्हाई जब वहां पहुंचे तो नारायण ने भी साथ में पूजा अर्चना की और साथ में ही पटना वापस लौट रहे थे. कार में मिले कागजात व मोबाइल फोन से मिली पुलिस को जानकारी कार मंगलवार के अहले सुबह तीन बजे ही कैनाल में गिर गयी थी. लेकिन लोगों ने आठ बजे सुबह में कार को कैनाल में गिरा हुआ पाया. इसके बाद पुलिस पहुंची और कार के साथ शव को बाहर निकाला. इसके बाद कार में मिले कागजात से कार मालिक व रवि के दोस्त का नंबर पुलिस को मिला. रवि के दोस्त से पूछताछ की तो सभी के परिजनों के संबंध में जानकारी मिल गयी. इसके बाद औरंगाबाद की पुलिस ने राजीव नगर थाने की पुलिस को जानकारी दी. राजीव नगर पुलिस घर पर पहुंची और सत्यापन किया और साथ ही घटना के संबंध में परिजनों को जानकारी दी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है