24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Partition Horrors Remembrance Day 2024: विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस आज, बंटवारे के दिन की याद में मनाया जाता है आज का दिन

Partition Horrors Remembrance Day 2024: साल 2021 में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि 14 अगस्त को भारत में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा. 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन द्वारा भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान को एक मुस्लिम देश के रूप में बनाया गया था, और बड़े पैमाने पर दंगे भड़कने के कारण लाखों लोग विस्थापित हो गए थे और उनमें से कई लाख लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी.

Partition Horrors Remembrance Day 2024: आज विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया जा रहा है. ये दिन भारत और पाकिस्तान के बंटवारे की याद में मनाया जाता है. आज ही के दिन 14 अगस्त 1947 की तारीख को देश के इतिहास में आंसुओं से लिखी गई है. यही वह दिन था, जब देश का विभाजन हुआ और 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान तथा 15 अगस्त, 1947 को भारत को एक पृथक राष्ट्र घोषित कर दिया गया. इस विभाजन में न केवल भारतीय उप-महाद्वीप के दो टुकड़े किये गये, बल्कि बंगाल का भी विभाजन किया गया और बंगाल के पूर्वी हिस्से को भारत से अलग करके पूर्वी पाकिस्तान बना दिया गया, जो 1971 के युद्ध के बाद बांग्लादेश बना.

ऐसे हुई विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस की हुई थी घोषणा

माननीय प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त 2021 को लाल किले पर अपने भाषण में 14 अगस्त को “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” के रूप में मनाने की घोषणा की थी. शिक्षा मंत्रालय ने तदनुसार 2022 से 14 अगस्त या उसके आसपास कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है. पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने के लिए कई गतिविधियों की योजना बनाई गई है.

Independence Day 2024 Trivia: स्वतंत्रता दिवस इन मामलों में है खास, पढ़ें आजादी के जश्न से जुड़ी बातें

Independence Day 2024: आजादी के बाद बदल गया भारत का शिक्षा जगत, जानें कितने हुए बदलाव

पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस भी आज

1947 में भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम ने भारत और पाकिस्तान के रूप में दो संप्रभु राष्ट्र-राज्यों का निर्माण किया. पाकिस्तान के संस्थापक पिता और पहले राष्ट्रपति मोहम्मद अली जिन्ना ने अपने ऐतिहासिक रेडियो संबोधन में कहा था, “15 अगस्त स्वतंत्र और संप्रभु राज्य पाकिस्तान का जन्मदिन है. यह उस मुस्लिम राष्ट्र की नियति की पूर्ति का प्रतीक है जिसने पिछले कुछ वर्षों में अपनी मातृभूमि पाने के लिए बहुत त्याग किए हैं.”

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें