IIT Madras : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास (आईआईटी-एम) ने मैथमेटिक्स में बीएससी कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है, जिसका लक्ष्य प्रति वर्ष न्यूनतम 500 योग्य गणित के शिक्षक तैयार करना है. यह पहल आईआईटी मद्रास के व्यापक शैक्षिक मिशन के अनुरूप है, जिसे संस्थान द्वारा राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2024 में हाल ही में प्राप्त पुरस्कारों से और मजबूती मिली है.
इंजीनियरिंग कैटेगरी में पहला स्थान
एनआईआरएफ 2024 रैंकिंग में आईआईटी मद्रास ने ओवरऑल कैटेगरी में लगातार छठे वर्ष शीर्ष स्थान हासिल किया है और इंजीनियरिंग कैटेगरी में लगातार नौवें वर्ष अपना पहला स्थान बरकरार रखा है. इसके अलावा, संस्थान ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी रैंकिंग के अनुसार रिसर्च इंस्टीट्यूट कैटेगरी में दूसरा स्थान प्राप्त किया है.
संस्थान के निदेशक ने सभी के सहयोग को सराहा
आईआईटी-एम के निदेशक वी कामकोटी ने इस उपलब्धि में योगदान देने वाले 11,000 छात्रों और फैकल्टी मैंबर्स का आभार व्यक्त किया. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि रैंकिंग विभिन्न मानदंडों को दर्शाती है, जिसमें स्नातक और पीएचडी उत्पादन शामिल हैं, और संस्थान विविधता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता, जिसमें छात्र और लिंग समानता में 30 प्रतिशत प्रतिनिधित्व शामिल है.
आईआईटी मद्रास के निदेशक वी कामकोटी ने छात्रों, स्टाफ, पूर्व छात्रों और राज्य एवं केंद्र सरकारों के महत्वपूर्ण समर्थन को भी स्वीकार किया, जिसे उन्होंने आईआईटी मद्रास को देश की शैक्षिक जरूरतों को पूरा करने में मदद करने का श्रेय दिया. उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में संस्थान ने मेडिकल साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा एनालिटिक्स में उन्नत पाठ्यक्रमों पर जोर दिया है. खेल उत्कृष्टता अभियान जैसी पहल, जिसने राष्ट्रीय खेल चैंपियन को अपने दायरे में लाया, ने भी उच्च रैंक हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. इसके साथ ही संस्थान के निदेशक ने बीएड कार्यक्रमों में पाठ्यक्रमों में विस्तार की योजना का भी खुलासा किया.