Bihar News: केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटीज 2.0 चैलेंज प्रतियोगिता में मुजफ्फरपुर को मिली जगह के बाद ग्रीन व क्लीन सिटी बनाने की प्रशासनिक कवायद तेज हो गयी है. स्मार्ट सिटी कंपनी के साथ मुजफ्फरपुर नगर निगम की पूरी टीम संयुक्त रूप से इस कार्य में जुटी है. नगर निगम के डंपिंग साइट रौतनिया में कई प्लांट लगाये जायेंगे, जिससे कूड़े का प्रोसेसिंग हाेगा.
कचरे से बनेंगी ईंटें
नगर आयुक्त नवीन कुमार ने बताया कि एमआरएफ (मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) के जरिये कचरा से जरूरत की चीजें निकाल कर पेवर ब्लॉक, ईट आदि का निर्माण कराये जायेंगे. इसके अलावा सीएनडी (कंस्ट्रक्शन ऑफ डेमोलेशन) और बायो सीएनजी प्लांट लगाये जायेंगे. इसके लिए आवश्यक कागजी प्रक्रिया लगभग पूरी हो गयी है. बताया कि केंद्र की टीम आयी थी, जो स्थल निरीक्षण कर इसकी विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है.
चंदवारा में बनेगा ट्रांसफर स्टेशन
नगर आयुक्त ने बताया कि चंदवारा में शहर के कचरा को डंप कर वहां से रौतनिया प्लांट तक पहुंचाने के लिए ट्रांसफर स्टेशन का निर्माण होगा. उम्मीद जतायी जा रही है कि केंद्र से डीपीआर की मंजूरी मिलने के बाद साल के अंतिम महीने दिसंबर में इस पर काम शुरू हो जायेगी.
150 करोड़ रुपये की मिली है केंद्र से स्वीकृति
स्मार्ट सिटीज 2.0 चैलेंज प्रतियोगिता में मुजफ्फरपुर को देने के लिए 150 रुपये की मिली है. हालांकि, डीपीआर जिस तरीके से तैयार कर केंद्र को भेजी गयी है. इससे राशि बढ़ने की भी उम्मीद है. बता दें कि मुजफ्फरपुर शहर में अभी डोर-टू-डोर कूड़े का कलेक्शन तो हो रहा है. लेकिन, प्रॉपर ढंग से कचरे का निष्पादन नहीं होने के कारण शहर में बने अस्थाई डंपिंग प्वाइंट चंदवारा पानी कल कैंपस के अलावा रौतनिया में कूड़ों का अंबार लगा है. नये तरीके से जब डीपीआर की स्वीकृति मिलेगी. तब प्रॉपर ढंग से कचरे का निष्पादन पर नगर निगम व स्मार्ट सिटी मिलकर संयुक्त रूप से काम करेगा.
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शहर में निगम ने लगाया है 100 पौधे
शहर के प्रदूषित वातावरण को शुद्ध करने के लिए नगर निगम शहरी क्षेत्र में इस साल के बरसात में एक हजार छोटे-छोटे पौधे लगाया है. पौध सुरक्षित रहे. इसके लिए घेराबंदी भी करायी गयी है. हालांकि, कई जगहों पर सड़क किनारे लगाये गये पौधे नष्ट हो गये है. आवारा जानवरों ने सबसे ज्यादा पौधे को नुकसान पहुंचा रहा है.
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