गोपालगंज. यूपी के बॉर्डर स्थित कटेया के बैरिया में प्रस्तावित दुग्ध प्रसंस्करण सह चिलिंग प्लांट स्थापित करने से पूर्व कॉम्फेड के एमडी एवं अन्य वरीय अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर पूरी प्लानिंग तैयार की. सब कुछ ठीक रहा, तो जनवरी से सुधा का प्रोडेक्ट यूपी व बिहार के सीमावर्ती जिलों में आसानी से उपलब्ध होगा. इसके साथ ही जिले के युवाओं को रोजगार के नये अवसर मिलेंगे. खासकर दूध उत्पादन करने वाले किसानों को बेहतर मौका मिलेगा. बिहार के सीमावर्ती इलाके में बिहार व यूपी के जिलों में सुधा दूध का आउटलेट भी खोला जायेगा. उधर, अपर समाहर्ता आशीष कुमार सिन्हा ने सीओ कटेया और अधिकारियों के साथ बैठक कर प्लांट लगाने के लिए जमीन की पैमाइश कराने का आदेश दिया है. दुग्ध प्रसंस्करण सह चिलिंग प्लांट भूमि स्थल का निरीक्षण किया. प्लांट के लिए लगभग 11 एकड़ भूमि पशुपालन और मत्स्य विभाग को हस्तांतरित कर दी गयी है. पटना की टीम ने समाहरणालय भी वार्ता की. एडीएम ने उन्हें कोई भी काम शुरू करने से पहले तुरंत नामांतरण और जमीन के सीमांकन के लिए आवेदन करने का सुझाव दिया. कटेया का बैरिया का इलाका सुदूर ग्रामीण इलाके में होने से यहां फैक्ट्री के बनाये जाने से विकास का नया अवसर मिलेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है