बोले विभागीय प्रधान
कहा : सेमिनार हॉल में एसी चलने के कारण भीतर की आवाज बाहर नहीं आ पाती हैसंवाददाता, कोलकाताआरजी कर अस्पताल में जिस महिला डॉक्टर की हत्या की गयी, उसी विभाग के प्रमुख अरुणाभ दत्त चौधरी ने कहा कि शुक्रवार तड़के जब घटना की खबर मिली, तो वह तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि महिला चिकित्सक की ओर ठीक से नहीं देख पाये थे. संवाददाताओं ने उनसे पूछा कि सेमिनार हॉल में महिला के साथ अत्याचार हुआ. उसकी चीख कोई नहीं सुन पाया.
इस पर डॉ चौधरी ने कहा कि उक्त हॉल में एसी चलती है. एसी चलने से भीतर की आवाज बाहर नहीं आ पाती है. लेकिन उन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि घटना के समय एसी चल रही थी या नहीं. घटना के बाद फोन कर यूनिट के एक कर्मी ने इसकी जानकारी दी थी. खबर मिलते ही अस्पताल के तत्कालीन अध्यक्ष संदीप घोष व तत्कालीन सुपर संजय वशिष्ठ को घटना के बारे में सूचित किया. उनलोगों ने बताया कि उनके पास यह जानकारी है. घटनास्थल पर आने को कहा. घटनास्थल पर उन्होंने क्या देखा, इस बारे में पूछे जाने पर उनका कहना था : मैंने ठीक तरह से कुछ नहीं देखा. जो बातें उन्होंने सुनी थी, इसलिए वह पास नहीं गये. दूर से देखा कि वह नीचे पड़ी हुई है. उसके कपड़े बिखरे हुए थे. वह खून से लथपथ थी कि नहीं, वह यह भी नहीं समझ पाये थे. उन्होंने घटना के बाद उसके परिजनों को खबर देने के लिए फोन नंबर की खोज शुरू की. पहले उसका आधार कार्ड खोजा गया.बाद में एक अन्य छात्र ने उसके घर का नंबर दिया. मैंने एक महिला एसिस्टेंट सुपर को उक्त नंबर देकर उसके घर खबर करने के लिए कहा था. लेकिन उसने आत्महत्या की थी, ऐसी बात उन्होंने नहीं कही थी. बाद में वहां पुलिस आयी. खबर पाकर उसके माता-पिता भी वहां पहुंचे. उन्होंने कहा कि जब महिला डॉक्टर के माता-पिता यहां पहुंचे, उस समय पुलिस भी पहुंच गयी थी. पुलिस ने वहां जांच शुरू की थी. वे लोग मेरे दफ्तर में बैठे हुए थे. जानबूझ कर उन्हें नहीं बैठाया गया था.
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