प्रतिनिधि, किशनगंज शहर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में बीते दिनों कोलकत्ता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी महिला चिकित्सक के साथ हुए बलात्कार के बाद निर्मम हत्या के विरोध में चिकित्सकों ने कैंडिल मार्च निकाला. एमजीएम मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक सहित 600 से अधिक छात्र छात्राओं के द्वारा कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया. विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों के हत्यारे को फांसी दो, सुरक्षा नहीं तो काम नहीं, वी वांट जस्टिस के जोरदार नारे लगाए गए. चिकत्सकों में घटना को लेकर काफी रोष व्याप्त है. कैंडल मार्च एमजीएम मेडिकल कॉलेज कैंपस परिसर से सड़कों से होते हुए एमजीएम मेडिकल कॉलेज तक निकाला गया. माता गुजरी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ इच्छित भारत ने बताया कि जिस तरह से बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में पीजी सेकेंड सेमेस्टर की छात्रा की रेप के बाद निर्मम हत्या की गई है. यहां पर बिना किसी पॉलिटिक्स के छात्रा को न्याय मिलने की आवश्यकता है. आज अगर हमलोग चुप रहेंगे तो कल को हमारे साथ भी या किसी के साथ भी यह घटना घटित हो सकती है इसीलिए हमसबको एकसाथ मिलकर छात्रा को न्याय दिलाना है. बंगाल के हुकमरानों को चेतावनी देते हुए बताया की अगर कोई भी इस दरिंदे को बचाने की कोशिश करेगा तो उसे यह सोचना चाहिए की आज यहां जो घटना हुई है कल उनके साथ भी घटित ना हो जाएं. डॉक्टर को न्याय मिलना चाहिए. रजिस्ट्रार डॉ इच्छित भारत ने बताया कि आईएनए के आवाह्न पर किशनगंज के तमाम अस्पताल और मेडिकल कॉलेज कल से दो दिनों के लिए हडताल पर रहेंगे. सरकार को दो दिनों की मोहलत दी जाती है यदि दो दिनों के अंदर कार्रवाई नहीं हुई तो हमलोग एकजुट होकर देशव्यापी हड़ताल करेंगे. इस अवसर पर डॉ सुदिप्तों बोस, डॉ असितवों देव राय, डॉ चाँदनी सहगल, डॉ आदित्य आनंद, डॉ जेनी, डॉ वेद आर्य, डॉ दीपमाला दस, डॉ सीमा, डॉ प्रमोद द्विवेदी, डॉ उत्तम पॉल सहित अन्य मौजूद थे.
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