शहर के विभिन्न ठाकुरबाड़ी व मंदिरों में सावन एकादशी शुक्ल पक्ष तिथि पर झूलन महोत्सव का शुभारंभ हुआ. यह पांच दिनों तक सावन की पूर्णिमा 19 अगस्त तक चलेगा. पहले व दूसरे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. अधिकतर मंदिर व ठाकुरबाड़ी में झूलनोत्सव को लेकर भी पूजा-अर्चना की गयी. देर रात तक राधा-कृष्ण को झूला झुलाया गया. महिला व पुरुषों ने एक से एक भजन गाये. बूढ़ानाथ मंदिरों में श्रद्धालुओं ने प्रात: पूजा-अर्चना की. कोतवाली स्थित कुपेश्वर नाथ मंदिर में शृंगार, रुद्राभिषेक व झूलनोत्सव हुआ. झूलनोत्सव शाम छह बजे शुरू हुआ, जो देर रात तक चली. श्री दादीजी सेवा समिति की ओर से चुनिहारी टोला स्थित राणी सती मंदिर में बाबा भोले नाथ का रुद्राभिषेक व शृंगार पूजन किया गया.
पूजन में अध्यक्ष अनिल खेतान, ओम प्रकाश कनोडिया, अरुण लाठ, अरुण झुनझुनवाला, मोनू देवी जालान आदि उपस्थित थे. वेरायटी चौक स्थित दुग्धेश्वर नाथ, भूतनाथ आदि मंदिरों में धूम-धाम से पूजा-अर्चना हुई. गोपाल साह ठाकुरबाड़ी, गोलाघाट ठाकुरबाड़ी, रंगनाथ मंदिर, अलीगंज स्थित ठाकुरबाड़ी में झूलनोत्सव धूमधाम से मनाया गया.
मोहरी मंदिर चुनिहारी टोला व जगन्नाथ मंदिर नया बाजार में झूलन उत्सव हर्षोल्लास मनाया गया. पंडित सौरभ मिश्रा के संचालन में भजन-कीर्तन हुआ. समापन पर श्रद्धालुओं के बीच बुंदिया खीर-पूड़ी आदि प्रसाद बांटा गया. मंदिर के पंडित समीर कुमार मिश्र ने बताया भगवान जगन्नाथ की यह परंपरा बहुत पुरानी है. गायक कलाकार कैलाश नाथ वाजपेयी एवं प्रियंका मिश्रा ने राधा-कृष्ण का भजन प्रस्तुत किया. उनके साथ आनंद मिश्रा, नवनीत कुमार आदि ने भी भजन गाया.
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