जमुई.
पश्चिम बंगाल के कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक महिला चिकित्सक के रेप के बाद हत्या मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज डॉक्टरों ने आइएमए के आह्वान पर शनिवार को हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. इसे लेकर शुक्रवार को आइएमए के जिलाध्यक्ष डॉ राजेश कुमार की अध्यक्षता में आइएमए के सदस्यों की आपात बैठक बुलायी गयी. बैठक में जानकारी देते आइएमए के जिलाध्यक्ष डॉ राजेश कुमार ने बताया कि पश्चिम बंगाल में जो घटना महिला चिकित्सक के साथ घटी है, उस घटना के आरोपित के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं करना आश्चर्यजनक है. उन्होंने कहा कि हड़ताल के माध्यम से हमलोग केंद्र सरकार से आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा अधिनियम की मांग की है. केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम के माध्यम से देश भर में डॉक्टरों की सुरक्षा मिलेगी. साथ ही इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति देश के किसी भी हिस्से में न हो इसके लिए केंद्र सरकार से ठोस कानून की मांग की है. आइएमए के सचिव डॉ खुशबू सिंह ने कहा कि इस घटना की जितनी निंदा की जाये वह कम है. उन्होंने घटना में शामिल सभी आरोपितों को अविलंब गिरफ्तार कर उसपर कड़ी कार्रवाई करने की मांग केंद्र तथा पश्चिम बंगाल के सरकार से की है. जिला सचिव ने कहा कि हड़ताल के दौरान जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में सभी तरह के ओपीडी सेवा बंद रहेगी. जबकि इमरजेंसी सेवा सुचारू रूप से संचालित रहेगी. निजी क्लिनिक में ओपीडी के साथ इमरजेंसी सेवा भी पूर्ण रूप से बंद रहेगा. बताते चलें कि पश्चिम बंगाल की इस घटना से देश भर के डॉक्टरों में आक्रोश व्याप्त है और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. डाक्टरों के इस हड़ताल को डॉक्टरों के संगठन फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन फोरडा का समर्थन भी हासिल है. बैठक में डॉ मनीष कुमार, डॉ विशाल आनंद, डॉ राजीव रंजन, डॉ सूर्य नंदन सिंह, डॉ अभिषेक कुमार सहित अन्य आइएमए के सदस्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है