Bihar Weather: पटना. बिहार में रिमझिम फुहारों से लोग अभी सराबोर होते रहेंगे. मौसम विभाग की मानें तो सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण के चलते 19 अगस्त तक बादल छाये रहने के साथ हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है. उसके बाद एक बार फिर झमाझम बारिश होगी. शनिवार को भी कई जिलों में पूरे दिन काली घटा छायी रही. रिमझिम फुहारों के साथ कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होगी. बाकी जगहों पर लोगों को रिमझिम फुहारों से ही संतोष करना पड़ेगा. हालांकि, काली घटा देख लोग अच्छी बारिश का अंदाजा लगाते रहे.
राजधानी से रूठा मॉनसून
राजधानी पटना से पता नहीं क्यों मॉनसून फिर से रूठ गया है. पिछले दो दिन से राजधानी में बारिश की जगह उमस और गर्मी ने ले ली है. शनिवार को भी पटना की सुबह बादलों की आमद के बजाए धूप से हुई. सुबह साढ़े 6 बजे के आसपास सूर्यदेव जेठ जैसी किरणों के साथ प्रकट हुए. हालांकि इसी बीच मौसम विभाग ने उम्मीद जगा दी है. पूर्वानुमान के अनुसार 18 अगस्त से मौसम फिर बदल सकता है.
किन जिलों को किया गया अलर्ट
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 18 अगस्त को पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद और बक्सर में एक या दो जगहों पर भारी बारिश हो सकती है, जबकि 19 अगस्त को पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद और गया जिले में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है, जबकि 20 अगस्त को कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई और बांका जिले के एक या दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं.
दो दिन मौसम रहेगा सूखा, 19 के बाद अच्छी बारिश की संभावना
मोतिहारी में बूंदाबांदी और तीखे धूप के बीच खरीफ की खेती बर्बादी के बीच मौसम से थोड़ी आस जगी है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तर बिहार के जिलों में 17 से 21 अगस्त तक हल्की वर्षा का अनुमान है. दो-तीन दिनों तक मौसम साफ रहेगा. 19 अगस्त के बाद वर्षा में वृद्धि की संभावना है, जहां पूर्वी व पश्चिमी चंपारण में अन्य क्षेत्रों के अपेक्षा ज्यादा बारिश की संभावना व्यक्त की गयी है. पूरबा हवा 15 से 20 किमी रफ्तार से चलेगी.
इन पौधों की कर सकते हैं रोपाई
मौसम वैज्ञानिक डॉ ए सत्तार के अनुसार धान की फसल जो 20 से 25 दिन की हो गयी है, उसमें प्रति हेक्टेयर 30 किलोग्राम नेत्रजन उपर्विस करे. किसान फुलगोभी की आगाद किस्मों की रोपाई कर सकते है. कहा है कि फलदार पौधे का बगान लगाने का समय है. किसान भाई अपने पसंद के अनुसार आम, लीची, कटहर, अमरूद आदि का रूपाई करे. मई के अंत से जून माह में कटने वाली किस्मे मिठुआ, गुलाबखास, एलफांजो, जर्दा, जून में पकने वाली मालदर, हेमसागर, कृष्णभोग, दशहरी, जुलाई में पकने वाली फजुली, सुकूल, सिपिया आदि आम के पौधे की रूपाई करे.
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19 अगस्त से फिर से शुरू होगी बारिश
भागलपुर जिले का मौसम शुक्रवार को गर्म व ऊमस भरा रहा. अधिकतम तापमान 35 डिग्री व न्यूनतम तापमान 27.5 डिग्री रहा. हवा में नमी की मात्रा 90 फीसदी रही. जिले के कुछ हिस्सों में 9.1 मिलीमीटर बारिश हुई. 5.7 किमी प्रतिघंटा की गति से पूर्वा हवा चलती रही. बीएयू सबौर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल पदाधिकारी डॉ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि 17-21 अगस्त अवधि में मानसून की गतिविधि में कमी के कारण अभी दो-तीन दिनों तक वर्षा की संभावना कम है. जिले में केवल एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है. जिले में 19 अगस्त के बाद वर्षा में वृद्धि होने का अनुमान है.