World Photography Day 2024 : दुनिया भर के फोटोग्राफी प्रेमी हर साल अगस्त की 19 तारीख को विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाते हैं. तस्वीरें न केवल किसी कहानी को बढ़ाने में मदद करती हैं, बल्कि वे पूरी तरह से एक कहानी भी कहती हैं. मीडिया की दुनिया में, तस्वीरें किसी कहानी को बना या बिगाड़ सकती हैं, इस प्रकार फोटो जर्नलिज्म अपने आप में एक महत्वपूर्ण शिल्प के रूप में स्थापित हो गया है. तस्वीरें किसी भी स्टोरी को संदर्भ प्रदान कर सकती हैं, भावनात्मक तत्व जोड़ सकती हैं और स्टोरी को अधिक प्रभावी बना सकती हैं. आपकी अगर पत्रकारिता की इस विधा में रुचि है, तो आप फोटो जर्नलिज्म को करियर के तौर पर चुन सकते हैं. आज भी वैश्विक स्तर के समाचार माध्यमों में फोटो जर्नलिस्ट के लिए काम करने के बेहतरीन मौके मौजूद हैं.
जानें विश्व फोटोग्राफी दिवस का इतिहास
वर्ल्ड फोटोग्राफी डे का इतिहास 1837 से जुड़ा है, जब फ्रांसीसी जोसेफ नाइसफोर और लुइस डॉगेर ने डॉगोरोटाइप का आविष्कार किया था. यह दुनिया की पहली फोटोग्राफी प्रक्रिया थी. 19 अगस्त, 1839 को फ्रांस सरकार ने डॉगोरोटाइप के आविष्कार की घोषणा की थी और इसका पेटेंट भी प्राप्त किया था. इसी दिन की याद में वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाया जाता है. तब से अब तक तकनीक के विकास के साथ फोटोग्राफी कला लगातार आगे बढ़ी है और उसकी अहमियत को दुनिया ने स्वीकारा है.
फोटो जर्नलिज्म में बना सकते हैं करियर
फोटो जर्नलिज्म पत्रकारिता का एक अभिन्न और अहम हिस्सा है. ग्लोबलाइजेशन के बाद फोटो जर्नलिज्म की अहमियत और बढ़ी है. आज भी अधिकतर मीडिया संस्थानों में बाकायदा फोटो जर्नलिस्ट नियुक्त किये जाते हैं, जो देश-दुनिया की प्रमुख खबरों पर फोटो स्टोरी करते हैं. वेब जर्नलिज्म के विस्तार ने फोटो जर्नलिज्म के लिए संभावनाएं और अधिक बढ़ायी हैं. आपकी अगर फोटोग्राफी और जर्नलिज्म दोनों में रुचि है, तो यह आपके के लिए एक बेहतरीन करियर विकल्प है, जो अच्छे वेतन के साथ नाम कमाने का अवसर भी देता है.
आगे बढ़ने के लिए जरूरी स्किल
फोटो जर्नलिज्म केवल सर्वश्रेष्ठ शॉट्स लेना नहीं है, बल्कि पाठक के हित के अनुसार समाचार-योग्य तस्वीरों को कैसे क्लिक करें, यह है. फोटोजर्नलिस्ट का काम भी एक रिपोर्टर के समान होता है. फर्क बस इतना है कि फोटो जर्नलिस्ट समाचार को इकट्ठा कर लिखता और रिपोर्ट नहीं करता है, बल्की समाचार को खींची गयी तस्वीरों में दिखाता है. एक सफल फोटोजर्नलिस्ट बनने के लिए, फोटो पत्रकारिता के तीन सिद्धांतों-समयबद्धता, निष्पक्षता और फोटो में जो दिखा रहें हैं उसके बारे में पूरा ज्ञान होना चाहिए.
कोर्स, जिनसे सीख सकते हैं करियर के लिए जरूरी हुनर
फोटोजर्नलिज्म में कैरियर बनाना चाहिते हैं, तो 12वीं या ग्रेजुएशन के बाद इससे संबंधित कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं. इसमें डिग्री से लेकर सर्टिफिकेट, डिप्लोमा एवं शॉर्ट टर्म कोर्स का भी विकल्प है. आप 12वीं के बाद यूजी कोर्स बीएफए (फोटोग्राफी एंड विजुअल कम्युनिकेशन) या बीएससी इन फिल्म एंड फोटोग्राफी में प्रवेश ले सकते हैं. इसके बाद पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स इन मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स (फोटोग्राफी) करना आगे बढ़ने का बहुत अच्छा रास्ता है. इसके अलावा अन्य प्रमुख कोर्स हैं- अप्रेंटिस ट्रेनिंग कोर्स इन फोटोग्राफी (पार्ट टाइम), सर्टिफिकेट कोर्स इन फोटो जर्नलिज्म, सर्टिफिकेट इन स्टिल फोटोग्र्राफी एंड जर्नलिज्म, डिप्लोमा इन फोटो जर्नलिज्म, डिप्लोमा इन फोटाेग्राफी, बैचलर ऑफ जर्नलिज्म, बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन.
करियर बनाने के रास्ते हैं यहां
फोटोजर्नलिस्ट के लिए प्रिंट और डिजिटल मीडिया दाेनों में अवसर मौजूद हैं, क्योंकि दोनों को समाचार योग्य तस्वीरें चाहिए. बतौर फोटोजर्नलिस्ट आप समाचार पत्र, पत्रिका, वेबसाइट या अन्य मीडिया हाउस से शुरुआत कर सकते हैं. इसके अलावा आप क्रिमिनल, पॉलिटिकल, स्पोर्ट्स, कमर्शियल, फैशन, फिल्म, इंडस्ट्रियल, साइंटिफिक एवं वाइल्ड लाइफ फोटोजर्नलिस्ट के तौर पर एक क्षेत्र विशेष चुनकर उसमें काम करते हुए अपनी एक खास पहचान बना सकते हैं. फ्रीलांस फोटोजर्नलिस्ट के रूप में काम करने का विकल्प भी है.