समस्तीपुर : गंगसारा के राजा सल्हेश स्थान में पूरे उत्सव के माहौल में सामूहिक रूप से सल्हेश देवता का पूजन समारोह मनाया गया. समारोह में रसीदपुर से आए मुकेश भगत एवं उनकी पूरी टीम के लोगों ने लोक कलाओं के अद्भूत प्रदर्शन से सबका मन मोह लिया. पूजा समिति के अध्यक्ष रामदेव पासवान ने बताया कि राजा सल्हेश वंचित समाज के लिए शक्ति और उर्जा के प्रतीक हैं . वे हमें सत्य के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं. एक जमाने में राजा सल्हेश पूरे नेपाल की लालबंदी के राजा हुआ करते थे. कालांतर में पूरे उत्तर बिहार में श्रावण मास के शुक्ल पक्ष में श्रद्धापुर्वक उनकी पूजा की जाती है. भाजपा नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता रंजीत निर्गुणी ने कहा कि आंचलिक तौर पर इस तरह के पर्व से हर समूह में प्रसन्नता का माहौल बनता है. साथ ही ऐसे आयोजन से लोक आस्था एवं लोक संस्कृति सुदृढ़ होती है. मौक़े पर पंचायत समिति सदस्य बृजभूषण कुमार, रामसगुन पासवान , आनंद सिंह, लालबाबू पासवान , कन्हैया सिंह , चंद्रभूषण सिंह, रामगणित पासवान, अमित सिंह, लक्ष्मी पासवान समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे.
कार्यशाला में बच्चों के बौद्धिक विकास पर चर्चा
मोरवा : बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए समय-समय पर उसकी जांच जरूरी है. तकनीकी तरीके से बच्चों के विभिन्न विषयों के रुझानों के बारे में जानकारी लेकर उन्हें उचित मार्गदर्शन करना आवश्यक है. यह बातें कही चकलालशाही चौक स्थित आवासीय शिवांश विद्यालय के निदेशक गणेश प्रसाद यादव ने विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यशाला में बच्चों के बौद्धिक विकास पर अपना मंतव्य देते हुए कही. निदेशक ने कहा कि नवोदय, सैनिक सिमुलतला आदि प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित होने वाले बच्चों के लिए बौद्धिक क्षमता का विकास होना काफी जरूरी है क्योंकि नए पैटर्न पर आधारित परीक्षा को फेस करना बच्चों के लिए चुनौती होता है. इस मौके पर अभिभावकों ने भी अपने-अपने विचार रखे और बच्चों के विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित करने को लेकर अपने-अपने सुझाव दिए. मौके पर राजू पटेल, मनीष कुमार पटेल, सुनील रजक ,अजय कुमार ,मनजीत कुमार समेत दर्जनों लोग मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है