रांची.
एचइसी में अपने कार्यस्थल और प्लांटों में प्रवेश देने की मांग को लेकर सप्लाई कर्मियों का आंदोलन शनिवार से फिर शुरू हो गया. इस दौरान सप्लाई कर्मियों ने एचइसी मुख्यालय एडीएम बिल्डिंग और एफएफपी बिल्डिंग में अधिकारियों और कर्मचारियों को जाने से रोक दिया. कर्मी सुबह आठ बजे ही मुख्यालय गेट के समक्ष पहुंच गये और एक भी अधिकारी और कर्मी को अंदर जाने नहीं दिया.एचइसी के निदेशकों पर नहीं रहा विश्वास
यूनियन नेता मनोज पाठक ने कहा कि भेल से आये एचइसी के निदेशक पिछले एक वर्ष से सप्लाई कर्मियों को गुमराह कर रहे हैं. 45 दिन पूर्व बैठक में प्रबंधन ने 15 अगस्त के बाद सप्लाई कर्मियों को प्लांट में प्रवेश कराने की बात कही थी. लेकिन 16 अगस्त को प्लांट के अंदर काम पर ले जाने में असमर्थता व्यक्त की और कहा कि अभी और विलंब होगा. उन्होंने कहा कि अब एचइसी के निदेशकों पर किसी भी कर्मचारी का विश्वास नहीं रहा है. कर्मियों का इएसआइ में इलाज भी बंद हो गया है. जिससे काफी परेशानी हो रही है.
बकाया पैसा और पीएफ देने की मांग
श्री पाठक ने मांग की कि प्रबंधन पूरा बकाया पैसा और पीएफ सप्लाई कर्मियों को दे. अब सप्लाई कर्मियों में धैर्य समाप्त हो गया है. जब तक समाधान नहीं निकलेगा, तब तक एक भी निदेशक को कार्यालय में बैठने नहीं दिया जायेगा. एचइसी आवासीय परिसर में स्वीपर के नहीं रहने से स्थिति नारकीय हो गयी है. सप्लाई कर्मियों की लड़ाई स्थायी कर्मियों और अधिकारियों की भी है. आंदोलन कर रहे कर्मियों को रंथु लोहरा, राजेश शर्मा, वाई त्रिपाठी, प्रमोद कुमार, शहजादा अंसारी, विकास लाल और अशोक पांडे ने भी संबोधित किया.
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