वरीय संवाददाता, रांची. कांके थाना क्षेत्र के संग्रामपुर रिंग रोड के समीप दो अगस्त की देर रात हुई स्पेशल ब्रांच के सब इंस्पेक्टर अनुपम कच्छप हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए तीन अगस्त को ग्रामीण एसपी रांची के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था. एसआइटी में दो डीएसपी, आठ इंस्पेक्टर और पांच सब इंस्पेक्टर हैं. इस एसआइटी को हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए 72 घंटे का समय दिया गया था. लेकिन अनुसंधान के 16 दिन पूरे होने के बाद भी अब तक इस हत्याकांड का खुलासा नहीं हो सका है. अनुसंधान के दौरान एसआइटी तकनीकी शाखा से हासिल सूचना के अलावा मानवीय सूचना और पुराने संदिग्ध अपराधियों सहित 50 लोगों से पूछताछ कर चुकी है. विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच भी की जा चुकी है. अनुसंधान के इतने दिन बीत जाने के बावजूद एसआइटी का रिजल्ट जीरो है. एसआइटी में शामिल पुलिस अधिकारियों के अनुसार अभी तक एसआइटी जमीन विवाद, दोस्तों से दुश्मनी, लूटपाट के उद्देश्य से हत्या, विभागीय काम को लेकर दुश्मनी की वजह से हत्या सहित अन्य बिंदु पर जांच कर चुकी है. लेकिन पुलिस किसी अपराधी की न तो पहचान कर सकी है और न ही किसी अपराधी की हत्या में संलिप्तता के बारे में पुलिस को ठोस सुराग मिला.
पुलिस का अनुसंधान अब दो शराब माफियाओं की भूमिका पर टिका :
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अब एसआइटी का अनुसंधान दो पुराने शराब माफियाओं पर टिका है. दोनों कांके थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं. पुलिस को अनुसंधान के दौरान दोनों की भूमिका पर कुछ सुराग मिले हैं. लेकिन दोनों पुलिस की पकड़ से अभी बाहर हैं. दोनों की भूमिका पर ठोस साक्ष्य एकत्रित करने के लिए दोनों की तलाश की जा रही है, ताकि दोनों से पूछताछ कर आगे मामले में जानकारी एकत्र की जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है