संवाददाता, पटना : कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले में देशभर के डॉक्टरों में आक्रोश है. शहर के पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, पटना एम्स और एनएमसीएच समेत सभी सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ा. इलाज नहीं मिलने से परेशान भर्ती मरीजों का अब पलायन होने लगा है. सबसे अधिक मरीज पीएमसीएच में परेशान हैं. कभी बेड खाली नहीं होने के अभाव में मरीजों को लौटाने वाला पीएमसीएच का हथुआ वार्ड अब पूरी तरह से खाली हो गया है. बीते दो दिनों के अंदर पीएमसीएच के हथुआ, टाटा, इमरजेंसी और राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक 35 से अधिक भर्ती मरीज अस्पताल छोड़ कर निजी अस्पताल चले गये. यही हाल आइजीआइएमएस व पटना एम्स का भी है. यहां जनरल वार्डों में मरीजों का इलाज सही से नहीं हो पा रहा है.
डॉक्टर नहीं आ रहे राउंड लगाने
आइजीआइएमएस व पीएमसीएच अस्पताल परिसर में इन दिनों सन्नाटा पसरा हुआ है. सड़क हादसे में घायल मसौढ़ी की चंपा देवी के बेटे राजीव ने कहा कि गुरुवार की शाम पीएमसीएच में मां को लेकर आये. यहां इमरजेंसी वार्ड में भर्ती के बाद राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक में रेफर कर दिया गया. दो दिन तक कोई भी डॉक्टर देखने के लिए नहीं आये. दर्द से मां परेशान थी, जिसे देखते हुए बाद में कंकड़बाग स्थित एक निजी अस्पताल लेकर चले गये. इसी तरह वैशाली जिले के राघवेंद्र राय ने कहा कि हड्डी विभाग में उनको भर्ती किया गया है. एक पैर में प्लास्टर लगा हुआ है, तीन दिन होने के बाद भी कोई डॉक्टर आये नहीं. दवा तक कोई नहीं लिखा है, हालत खराब होने लगा तो राजेंद्र नगर स्थित एक निजी अस्पताल में जाना पड़ा.एनएमसीएच : इमरजेंसी में हुआ इलाज, ओपीडी सेवा शुरू होने का इंतजार
एनएमसीएच में शनिवार की शाम से इमरजेंसी में मरीजों को भर्ती कर इलाज शुरू होने से थोड़ी राहत मिली है. लेकिन ओपीडी सेवा शुरू होने का इंतजार है. रविवार को भी इमरजेंसी में मरीजों को भर्ती कर इलाज किया गया. एनएमसीएच जूनियर डाॅक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष अंकेश कुमार सिंह का कहना है कि कार्य बहिष्कार जारी रहेगा.एम्स : जूनियर व सीनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी
पटना एम्स में जूनियर व सीनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है़ सोमवार को एम्स के ओपीडी में फैकल्टी द्वारा काम शुरू किए जाने की संभावना है. वहीं, इमरजेंसी में इलाज जारी रहा. रविवार की देर शाम कैंडल मार्च निकला गया, जिसमें सैकड़ों जूनियर सीनियर डॉक्टर व नर्स शामिल हुए़.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है