पूर्वी रेलवे ने प्रमुख स्टेशनों पर वन स्टेशन-वन प्रोडक्ट (ओएसओपी) स्टॉल खोलने की प्रक्रिया शुरू की है. इस स्टॉल पर स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को अपने हस्तनिर्मित उत्पादों को बेचने का मौका मिलेगा. इस पहल से पूरे भारत और विदेशों से ऑर्डर हासिल करने में मदद मिलेगी. वहीं आय बढ़ने के साथ रोजगार के अवसर मिलेंगे. इस स्टॉल को संचालित करने वालों का जीवन अब बेहतरी की राह पर है. ओएसओपी स्टालों के माध्यम से पूर्वी रेलवे वोकल फॉर लोकल और लोकल टू ग्लोबल आंदोलनों को बढ़ावा दे रहा है, जिससे स्थानीय कला को वैश्विक लोगों तक पहुंचने में मदद मिल रही है. यह पहल बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल के कारीगरों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद रही है, जिनके पास विपणन के सीमित अवसर थे. अब वह अपनी आजीविका में सुधार करते हुए, आसानी से देश भर में अपने उत्पाद बेच सकते हैं. जानकारी और शर्तों के लिए www.er.Indianrailways.gov.in पर जायें. यह स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों के लिए अधिक ग्राहकों तक पहुंचने का एक शानदार अवसर है, जबकि यात्री सस्ती कीमतों पर हस्तनिर्मित वस्तुएं खरीद सकते हैं.
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