बेरमो. झारखंड के पर्वतारोही गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो के पुत्र शशि शेखर ने 17 अगस्त को यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस (5,642 मीटर) पर तिरंगा फहराया. उन्होंने यह अभियान 13 अगस्त को रांची की एडवेंचर कंपनी लंबादा एडवेंचर्स के साथ शुरू किया था. ट्रेक्सोल से आगे गारबशी (3,800 मीटर) में रुककर अपनी एक्लिमेटाइजेशन पूरी की और फिर मारिया शेल्टर (4,200 मीटर) तक का सफर किया. वहां मौसम साफ होने का इंतजार किया और 17 अगस्त को समिट पुश के लिए निकल पड़े. हालांकि उस दिन भी तेज हवा चल रही थी, इसके बावजूद वह 17 अगस्त की सुबह लगभग आठ बजे समिट पर पहुंच गये. मालूम हो कि शशि शेखर ने इससे पहले विश्व के सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट के बालकनी (8430े/ 27,657 फीट) तक का सफर किया है. नेपाल स्थित माउंट लोबुचे (6,199 मीटर/20,075 फीट) पर झंडा लहराया है और माउंट मनिरंग (5758/19000 फीट) के समिट कैंप तक का अभियान सफलता पूर्वक पूरा किया है. शशि शेखर ने कहा कि पिता के काम से प्रेरित होकर यह उपलब्धि हासिल की है. उनका समर्थन मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत है. उन्होंने पर्वतारोहण की शुरुआत बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स (बीएमसी) से की. यहां उन्हें एनआइएमएएस द्वारा अरुणाचल प्रदेश के 16,500 फीट गोरीचेन ग्लेशियर में माउंटेनियरिंग ट्रेनिंग मिली. इसके बाद दार्जिलिंग में स्थित हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टिट्यूट से एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स (एएमसी) किया और 17,600 फीट स्थित कब्रू साउथ कैंप तक का सफर किया. इसके अतिरिक्त उन्होंने एनआइएमएएस अरुणाचल प्रदेश से सर्च एंड रेस्क्यू कोर्स किया.
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