बोकारो, काल हर, कष्ट हर, दु:ख हर, दारिद्र हर, भय हर… हर-हर महादेव. पावन सावन की अंतिम सोमवारी को बोकारो के देवालय में भक्तों की भीड़ उमड़ी. अंतिम सोमवार में हर कोई महादेव को प्रसन्न करने का यत्न करते दिखा. कोई दूध तो कई जल से महादेव का अभिषेक करते दिखा. किसी ने बेलपत्र अर्पित किया, तो किसी ने भांग चढ़ाकर महादेव की स्तुति की. कोई पंचाक्षर मंत्र तो कोई महामृत्युंजय मंत्र के जरिये प्रभु की अराधना करते दिखा. जिसकी जैसी श्रद्धा वैसा ही स्तवन किया. वहीं दोपहर के बाद से रक्षा बंधन का पर्व भी मनाया गया. भद्रा काल के कारण दोपहर 01:40 बजे के बाद से रक्षा बंधन का त्योहार मना. काल गणना के हिसाब से बहनों से भाइयों की कलाई पर रक्षा धागा बांधा. वहीं भाइयों ने बहनों की रक्षा का वादा किया. राम नाम विष्णु के सहस्त्र नाम के तुल्य है, इस प्रकार मैं सदा मनोरम राम नाम में ही रमा रहता हूं… राम रक्षा स्त्राेत की इस पंक्ति को आदर्श मानकर व सावन की अंतिम सोमवारी सह माहांत को लेकर विभिन्न शिवालय समेत पूजन स्थल में अष्टयाम का आयोजन किया गया. हरे राम-हरे राम की धुन से शहर गुंजायमान रहा.
मिठाई का बाजार चमका, बिके गिफ्ट आइटम
रक्षा बंधन में बहन को उपहार देने का चलन है. वहीं, बहन भाइयों को मिठाइयां खिलाती है. बोकारो में इस बार कुछ मीठा हो जाये (यानी चॉकलेट) के साथ- साथ पारंपरिक मिठाइयों का दौर भी चला. सिटी सेंटर, सेक्टर चार समेत विभिन्न स्थानीय बाजार के मिठाई दुकान में खरीदारी करते लोग दिखे. एक अनुमान के मुताबिक जिला में रक्षा बंधन को लेकर दो करोड़ रुपये का मिठाई कारोबार हुआ. वहीं 50 लाख रुपये का चॉकलेट भी बिका. वहीं भाइयों ने बहनों के लिए विभिन्न उपहार खरीदा. इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट मसलन मोबाइल, स्मार्ट वॉच से लेकर गिफ्ट आइटम की बिक्री हुई. गिफ्ट आइटम के बाजार में रौनक देखी गयी. हालांकि, गिफ्ट आइटम को छोड़कर अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट का बाजार आम दिनों की तरह ही रहा. दुकानदारों की माने तो अब गैजेट लेने के लिए कोई इंतजार नहीं करता. इसलिए किसी पर्व के दिन बाजार में ज्यादा उछाल नहीं आता. लेकिन, रक्षा बंधन को लेकर कई लोग खरीदारी करने जरूर पहुंचे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है