-पुलिस की दबिश के बाद दोनों शातिर हुए अंडरग्राउंड -मुख्य आरोपी समेत पांच को जेल भेज चुकी है पुलिस मुजफ्फरपुर. पारू थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई किशोरी की हत्या मामले में फरार चल रहे दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है. दोनों शातिर अंडरग्राउंड हो गए हैं. पुलिस लगातार उनके परिजनों पर दबिश बना रही है. मोबाइल स्विच ऑफ होने से दोनों की लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है. पुलिस जल्द ही दोनों शातिरों की गिरफ्तारी वारंट के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल करेगी. इसके बाद भी वे नहीं पकड़े जाते हैं तो इश्तेहार व कुर्की की कार्रवाई की जाएगी. सरैया एसडीपीओ कुमार चंदन ने केस के आइओ को वारंट के लिए कागज तैयार करने के निर्देश दिए हैं. पुलिस के अनुसार फरार दोनों शातिर किशोरी की निर्मम हत्या में शामिल रहे हैं. हत्या के अगले दिन ही गांव से दोनों फरार हो गए थे. पुलिस सोमवार को हत्याकांड के मुख्य आरोपी संजय राय, मृतका के गांव वाले पंकज राम, चुन्नू पासवान व मुन्ना राम को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. वहीं, घटना के अगले ही दिन मुख्य आरोपी को गांव से भगाने में शामिल मिथिलेश कुमार को जेल भेजा जा चुका है. – केस दर्ज कराने में गलत तथ्य देने की आशंका पुलिस के अनुसंधान में यह बात सामने आयी है कि मृतका की हत्या के बाद प्राथमिकी दर्ज कराने में गलत तथ्य देने की आशंका है. परिजनों ने प्राथमिकी में मृतका की उम्र 14 साल बतायी है. वह सही है या किसी के बहकावे में आकर लिखवाया है, इस बिंदु पर जांच की जा रही है. पुलिस ने मृतका की उम्र का सत्यापन भी कराया है. प्राथमिक विद्यालय नया टोला गोपालपुर जहां मृतका पहली से पांचवीं तक पढ़ी थी. वहां जाकर पुलिस ने छानबीन की. वहां एडमिशन रजिस्टर की जांच की तो उसमें मृतका की जन्म तिथि 15 अप्रैल 2005 अंकित है. 2013 में उसका नामांकन प्रथम कक्षा में होता है. 5 अप्रैल 2018 को वह पांचवीं तक पढ़ने के बाद स्कूल छोड़ देती है. इसके अनुसार मृतका की उम्र वारदात के दिन तक 19 साल तीन माह से अधिक रही होगी. अब पुलिस इस तथ्य के आधार पर अनुसंधान कर रही है कि परिजन ने जो जानकारी प्राथमिकी में दी थी, वह सत्य है या फिर स्कूल से जो नामांकन पंजी से जानकारी मिली है वह सही है. अगर किसी ने मृतका के परिजन को बहका कर उसको नाबालिग बताकर पॉक्सो एक्ट में प्राथमिकी दर्ज करवायी होगी तो वैसे लोगों को भी चिन्हित करके पुलिस कार्रवाई करेगी. गांव में हालात सामान्य, पुलिस टीम कर रही गश्त रविवार को गोल्डेन दास व उसके समर्थकों के द्वारा किये गये लूटपाट, पुलिस पर हमला, घरों में तोड़फोड़ के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया था. लेकिन, पुलिस की मुस्तैदी से अब धीरे- धीरे स्थिति सामान्य होने लगी है. पुलिस लगातार गश्त कर रही है. गांव में पूरी तरह से शांति का माहौल कायम है. सोशल मीडिया पर साइबर सेल की नजर है. अगर किसी तरह की अफवाह फैलायी गयी तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी. गोल्डेन दास जिन मामलों में चल रहा फरार, उसमें न्यायिक रिमांड किशोरी की हत्या के बाद उसके गांव में जातीय उन्माद फैलाने, हिंसा व पुलिस पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किये गये औरंगाबाद के नवीनगर थाना क्षेत्र के गोल्डेन दास पर बिहार के औरंगाबाद , जहानाबाद, गया, पटना समेत अन्य जिलों, जहां पर भी उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है या जिन-जिन केस में वह फरार चल रहा है. उन सभी कांडों में उसकी न्यायिक रिमांड ली जायेगी. जिला पुलिस ने संबंधित जिला जहां उसपर प्राथमिकी दर्ज है, वहां गोल्डेन दास की गिरफ्तारी की जानकारी दे रही है. एसएसपी राकेश कुमार ने उसकी गिरफ्तारी के बाद बताया था कि गोल्डेन चार मामलों में फरार चल रहा था. कुल 23 मामले भी दर्ज हुए थे.
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