फाइल-32- 20 अगस्त- फोटो- 16- निरीक्षण करते डीएम बक्सर. जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने मंगलवार की सुबह 10:10 बजे समाहरणालय के विभिन्न शाखाओं का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. जिसे लेकर कर्मियों के बीच अफरातफरी मच गया. अभिलेखागार के निरीक्षण के क्रम में लिपिक एवं दफ्तरी उपस्थित पाये गये. निरीक्षण के क्रम में नकल प्राप्ति के लिए 50 से अधिक आवेदन पडे़ हुए पाये गये. ये सभी आवेदन 17 अगस्त 2024 या उससे पहले की तिथियों के थे. जिसे गंभीरता से लेते हुए डीएम ने इस बाबत लिपिक से जवाब-तलब करने का निर्देश जारी किया. वही निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि अभिलेख यत्र-तत्र बिखरे हुए पडे थे. जिसका सही ढंग से रख-रखाव का जिम्मा दफ्तरी का भी है. लिहाजा दफ्तरी से भी शोकॉज के लिए विशेष कार्य पदाधिकारी को निर्देश दिया गया. साथ ही अभिलेखागार में दफ्तरी विगत 2003 से ही कार्यरत है. नजारत उप समाहर्ता बक्सर को निर्देश दिया गया कि इनके स्थानांतरण के संबंध में अविलंब संचिका प्रस्तुत करना सुनिश्चित करेंग. साथ ही निर्देश दिया गया कि इस कार्यालय की पर्याप्त साफ-सफाई हेतु आउटर्सोस एजेंसी के एक कर्मी को प्रतिनियुक्त कराना सुनिश्चित करेंगे एवं प्रथम तल के दूसरे भाग में अभिलेखों के रख-रखाव हेतु कक्ष बनवाने हेतु कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल बक्सर से समन्वय स्थापित करेंगे. वही तत्पश्चात पूर्वाहन 10:30 बजे आपदा प्रबंधन शाखा का औचक निरीक्षण करने डीएम पहुंचे. निरीक्षण के क्रम में आपदा कार्यालय में कार्यरत चार लिपिकों में से एक लिपिक (धर्मपाल कुमार) अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित पाये गये. इस क्रम में संबंधित कर्मी से कारण पृच्छा करते हुए अनुपस्थित अवधि का वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया गया.
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