कोलकाता.
कलकत्ता हाइकोर्ट के निर्देश पर आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की जूनियर महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले की जांच में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) जुटी हुई है. उक्त मामले में आरजी कर के पूर्व प्रिसिंपल डॉ संदीप घोष से पूछताछ का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा. उक्त मामले में वह लगातार पांचवें दिन भी सीबीआइ के समक्ष पेश हुए. इस दिन सुबह वह सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में हाजिर हुए. सीबीआइ कार्यालय जाने के दौरान उन्होंने पत्रकारों के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया. खबर लिखे जाने तक उनसे पूछताछ जारी थी. सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में घोष पर लगातार अपना बयान बदलने का आरोप लग रहा है. घोष के मोबाइल फोन की जांच के लिए उसे फॉरेंसिक विभाग को भेजा गया है, ताकि डिलिट किये गये चैट, कॉल रिकॉर्डिंग व अन्य तथ्यों का पता चल सके.केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी यह भी जानना चाहते हैं कि जूनियर महिला चिकित्सक से दुष्कर्म व हत्या की घटना के पहले व बाद में घोष क्या-क्या गतिविधियां रहीं? जूनियर महिला चिकित्सक की मौत की सूचना मिलने के बाद उन्होंने क्या किया था? उन्होंने किससे-किससे संपर्क किया? महिला चिकित्सक की मौत की खबर मिलने के बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया कि उन्होंने परिवार को सूचित करने का निर्देश किसे दिया था और कैसे और किसने पुलिस से संपर्क किया था? मृतका के परिजनों को कथित तौर पर किसने जूनियर महिला चिकित्सक की आत्महत्या करने की बात बतायी थी? मृतका के माता-पिता को लगभग तीन घंटे तक कथित इंतजार क्यों करवाया गया था?
चिकित्सक की मौत की घटना सामने आने के बाद भी अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग में सेमिनार हॉल के पास के कमरों के जीर्णोद्धार का आदेश क्यों दिया था? ऐसे कई प्रश्नों का जवाब जानने के लिए सीबीआइ टीम घोष से लगातार पूछताछ कर रही है.सूत्रों की मानें, तो संदीप घोष पर अस्पताल में वित्तीय अनियमितता से जुड़े होने के आरोप लग रहे हैं और उक्त मामले का संज्ञान लेकर प्रवर्तन निदेशालय (इडी) भी अपने स्तर पर तथ्यों को खंगाल रही है.
फिर आरजी कर अस्पताल पहुंचे सीबीआइ अधिकारी
मामले की जांच के तहत मंगलवार को भी सीबीआइ के अधिकारी आरजी कर अस्पताल पहुंचे. इस दिन अधिकारियों ने अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग के चौथे तल पर स्थित सेमिनार हॉल पास स्थित अन्य कमरों की जांच की. सेमिनार हॉल से ही चिकित्सक का शव मिला था. अधिकारियों के साथ थ्रीडी लेजर स्कैनिंग मशीन भी थी. स्कैनर के जरिये सेमिनार हॉल के पास स्थित अलग-अलग कमरों की डिजिटल मैपिंग की गयी. सीबीआइ के अधिकारी इस बात का भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि जूनियर महिला चिकित्सक की हत्या कहीं दूसरे जगह तो नहीं की गयी. इस बाबत सेमिनार हॉल के अलावा अन्य कमरों की भी जांच की गयी.
संदीप घोष को लालबाजार ने किया तलब, आज जायेंगे
कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को बुधवार को कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार में बुलाया गया है. सूत्र बताते हैं कि संदीप घोष पर पीड़िता जूनियर महिला चिकित्सक का नाम व पहचान सार्वजनिक करने का आरोप लगा था. इस कारण पूछताछ के लिए उन्हें नोटिस भेजकर बुधवार दोपहर 12 बजे लालबाजार आकर अपना बयान दर्ज कराने को कहा गया है. जांच में पता चला कि कई ऐसे वीडियो सामने आये हैं, जिनमें संदीप घोष घटना के बाद पीड़िता का नाम व उसकी पहचान सार्वजनिक कर रहे हैं.
भ्रष्टाचार के आरोप में संदीप घोष के खिलाफ एफआइआर
कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर अब कोलकाता पुलिस की तरफ से उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है. स्वास्थ्य विभाग के पूर्व सचिव व आइएएस देबल कुमार घोष ने टाला थाने में संदीप घोष के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. इसके बाद कोलकाता पुलिस ने गत सोमवार को प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के अंतर्गत आइपीसी 120बी, 420 के तहत संदीप घोष के खिलाफ मामला दर्ज किया. इसके साथ ही पुलिस ने इसकी जांच भी शुरू कर दी है.
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