संवाददाता, कोलकाता
आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में गत 14 अगस्त की रात को इमरजेंसी विभाग के दो फ्लोर में तोड़फोड़ की घटना में कोलकाता पुलिस ने अबतक 37 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा 1000 लोगों को चिह्नित किया था. अबतक 263 लोगों को नोटिस दिया गया है. इनमें से 155 से पूछताछ कर चुकी है. इनसे पूछताछ के बाद पुलिस का प्राथमिक आंकलन है कि अस्पताल में पर्याप्त सुरक्षा में कमी व पुलिसकर्मियों की औसतन कम तैनाती के कारण प्रदर्शनकारियों ने अपने गुस्से को जाहिर किया और तोड़फोड़ की घटना हुई. पुलिस को गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में यह भी पता चला है कि वे शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने आये थे. लेकिन एक महिला डॉक्टर से दुष्कर्म व मौत की घटना के कारण वे ज्यादा भावुक हो गये और अस्पताल में सुरक्षा में चूक होने के कारण ही वहां तोड़फोड़ की गयी.
पुलिस के अनुसार उस रात हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी बसों में सवार होकर श्यामबाजार आये थे. इसके बाद वे आरजी कर अस्पताल गये थे. कोलकाता के विभिन्न इलाकों जैसे बेहला, उत्तर कोलकाता, मध्य कोलकाता, राजारहाट के साथ-साथ हावड़ा से भी बसों में भर कर लोग आये थे, जिन्होंने तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया. उस दिन बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी थे, जो अस्पताल के बाहर खड़े होकर शांतिपूवर्क प्रदर्शन कर रहे थे.
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