21 अगस्त- फोटो- 5- अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन करती संविदा एएनएम राजपुर. प्रखंड के सीएचसी परिसर में स्वास्थ्य विभाग के तरफ से प्रत्येक माह के 21 तारीख को गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य जांच किया जाता है. जांच के लिए विभिन्न गांव से दर्जनों की संख्या में पहुंची गर्भवती महिलाओं को बिना जांच कराये ही वापस गांव लौटना पड़ा. पिछले कई दिनों से अपनी मांगों पर डटे संविदा कर्मी एएनएम सरकार से गुहार लगा रही है. फिर भी अभी तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया है. जिसको लेकर एएनएम संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में विरोध प्रदर्शन कर अपनी मांगों पर डटी हुई है. बुधवार को भी इस संघ की नेत्री सरिता कुमारी के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया एवं समय से पहले ही अस्पताल परिसर पहुंच कर ओपीडी सेवा चालू करने से पहले इसमें तालाबंदी कर दिया. समय पर पहुंचे डॉक्टर एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी विभाग के अन्य कमरों में बैठकर समय बिताते रहे. इस दौरान इमरजेंसी सेवा बहाल रहा. चिकित्सक डॉक्टर सुनील कुमार की मौजूदगी में रोगियों की जांच की गयी. जिसमें से अधिकतर लोगों को बाहर से दवा खरीदना पड़ा. रोगियों को इधर-उधर भटकना पड़ा. प्रतिदिन ओपीडी के तहत लगभग 150 से अधिक रोगियों की जांच की जाती है. फिलहाल जांच नहीं होने से लोग निजी क्लीनिक में जाकर दिखा रहे हैं. सबसे बड़ी बात है कि गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य जांच नहीं होने से उनके सामने कई प्रकार की परेशानियां हुई. आर्थिक रूप से कमजोर दूर दराज गांवों से पहुंची महिलाओं को आर्थिक तंगी का भी मार झेलना पड़ा. इन लोगों ने बताया कि खून की कमी, ब्लड प्रेशर, शुगर एवं कई अन्य आवश्यक जांच किया जाता है जो नहीं होने से स्वास्थ्य संबंधित जानकारी नहीं मिला. इस संबंध में स्वास्थ्य प्रबंधक गोरखनाथ सिंह ने बताया कि ओपीडी सेवा बंद होने के साथ एएनसी जांच नहीं होने का रिपोर्ट जिला के वरीय पदाधिकारी को सूचित कर दिया गया है.
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