पूर्णिया. पूर्णिया विश्वविद्यालय में मृतप्राय अध्ययन पीठों को फिर से जीवंत करने की नये कुलपति प्रो. पवन कुमार झा से अपेक्षा है. दरअसल, पूर्णिया विवि ने वर्ष 2019 में तीन अध्ययन पीठ की स्थापना की थी. इनमें राष्ट्रकवि दिनकर , अमर कथा शिल्पी फणीश्वर नाथ रेणु और पंडित दीनदयाल उपाध्याय अध्ययन पीठ शामिल हैं. ये अध्ययन पीठ जब शुरू किये गये, तब कुलपति प्रो. पवन कुमार झा ही डीन छात्र कल्याण के पद पर थे और छात्रहित में अध्ययन पीठ की स्थापना में उन्होंने महती योगदान दिया था. शुरुआती दौर में इन अध्ययन पीठों की क्रियाशीलता कायम रही. डीन और विभागाध्यक्षों को इन अध्ययन पीठों के समुचित संचालन का दायित्व सौंपा गया. ऐसा प्रतीत हो रहा था कि इन अध्ययन पीठों के माध्यम से सीमांचल में शोध की नयी परंपरा विकसित होगी. मगर धीरे-धीरे अध्ययन पीठों की क्रियाशीलता समाप्त होती चली गयी. ऐसा भी वक्त आ गया कि इन अध्ययन पीठों में जयंती और पुण्यतिथि भी मनायी जानी बंद हो गयी. अब जब प्रो. पवन कुमार झा ने पूर्णिया विवि की कमान थामी है तो प्रबुद्धजनों को भरोसा है कि एक बार फिर से अध्ययन पीठ का कामकाज पटरी पर लौट आयेगा. तत्कालीन गवर्नर ने किया था उदघाटन 2 जुलाई 2019 को पूर्णिया विवि में आयोजित कार्यक्रम में तत्कालीन राज्यपाल लालजी टंडन ने तीनों अध्ययन पीठ का उद्घाटन किया था. राज्यपाल ने यह संकल्प दिया था कि इन अध्ययन पीठ में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर, आंचलिक कथा शिल्पी फणीश्वरनाथ रेणु और पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर शिक्षा एवं शोध को बढ़ावा दिया जायेगा. फोटो. 21 पूर्णिया 21 परिचय- पूर्णिया विवि
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