– नैक हेडक्वार्टर बेंगलुरु से तीन सदस्यीय टीम बुधवार को भागलपुर पहुंची
नैक टीम के साथ छात्र, अभिभावक, पूर्ववर्ती छात्रों के साथ अलग अलग मीटिंग की गयी. इसके बाद टीचर व नन टीचिंग स्टाफ के साथ मीटिंग हुई. नैक टीम ने कॉलेज के एंटी सेक्युअल हैरेसमेंट सेल, एंटी रैगिंग सेल और ग्रिवांसेस रिड्रेशन सेल के कमेटी से मीटिंग की. मूल्यांकन का सिलसिला शाम तक चलता रहा. वहीं शाम में संगीत संध्या का आयोजन किया गया. कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ मोहम्मद फिरोज आलम ने बताया कि गुरुवार को मूल्यांकन जारी रहेगा. सात मानकों पर मूल्यांकन किया जा रहा है. नैक के रूल रेगुलेशन व कॉलेज द्वारा पूर्व में भेजे गये एसएसआर रिपोर्ट के आधार पर मूल्यांकन हुआ. कॉलेज के नैक पीयर टीम के प्रोटोकॉल ऑफिसर प्रो फिरोज आलम ने टीम के सदस्यों को पटना एयरपोर्ट से रिसीव कर भागलपुर लाये.
नैक मूल्यांकन से क्या होगा फायदा 1960 में स्थापित बीएन कॉलेज का पहली बार नैक से मूल्यांकन हो रहा है. दो दिवसीय मूल्यांकन के बाद कॉलेज व नैक टीम के बीच एक्जिट मीटिंग होगी. इसके बाद टीम वापस लौट जायेगी. टीम अपनी रिपोर्ट को नैक हेडक्वार्टर बेंगलुरु को भेजेंगे. रिपोर्ट के आधार पर कॉलेज का ग्रेडिंग तय होगा. ग्रेडिंग में कॉलेज के एसएसआर रिपोर्ट पर 70 और निरीक्षण पर 30 अंक है. अगर कॉलेज को ग्रेड ए मिलता है तो यूजीसी की तरफ से 12 करोड़ रुपये और रूसा से तीन करोड़ रुपये मिलेगा. इस फंड से कॉलेज का विकास किया जायेगा. वहीं ए प्लस प्लस ग्रेड अगर मिलता है तो कॉलेज ऑटोनोमस हो जायेगा. वह अपना कोर्स, बहाली, फीस निर्धारण समेत अन्य कार्य खुद कर पायेंगे. इस समय बिहार के दो कॉलेजों को ए प्लस प्लस ग्रेड मिला है. इनमें पटना वूमेंस कॉलेज व साउथ बिहार सेंट्रल यूनिवर्सिटी बोधगया हैं. नैक मूल्यांकन के दौरान कॉलेज के डॉ. अंबिका कुमार, डॉ. अमित किशोर सिंह, डॉ. बलिराम सिंह, वर्षा आनंद, सुजीत कुमार, अतुल समीरन, नीतीश कुमर, इंदु कुमारी, डॉ. मुर्शरफ हुसैन, डॉ. दिव्या रानी, डॉ. इरशाद अली आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है