– एचएचडी डिवाइस से जांच कर काटा जाये चालान , गलत रजिस्ट्रेशन नंबर का पहले ही पता चल जायेगा – ट्रैफिक विभाग और सभी थानेदारों को भी उपलब्ध करायी गयी एचएचडी डिवाइस मुजफ्फरपुर. ट्रैफिक सिस्टम सुधारने को लेकर सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से ट्रैचालान काटा जा रहा है. लेकिन इस दौरान कुछ ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें कार के नंबर पर हेलमेट का चालान कट जा रहा है. यहीं नहीं, शहर में धड़ल्ले से दूसरे गाड़ियों के नंबर प्लेट लगाकर लोग घूम रहे हैं. मामला तब सामने आता है कार मालिक को हेलमेट नहीं पहनने का चालान का मैसेज मोबाइल पर मिलता है, लिंक क्लिक करने पर पता चलता है कि रेडलाइट पर उनके कार के नंबर को कोई दो पहिया वाहन सवार अपने वाहन में लगाकर बिना हेलमेट के चल रहा है. इसके बाद वह गाड़ी मालिक अपने इस गलत चालान को रद्द करवाने के लिए पहले डीटीओ ऑफिस पहुंचते है जहां मैसेज देखने के बाद उन्हें बताया जाता है कि वह इसकी शिकायत अपने सभी वाहन संबंधित कागजात व इस मैसेज के साथ ट्रैफिक डीएसपी से करे. सीसीटीवी फुटेज देखकर जो चालान काटा जाता है उस गाड़ी नंबर की जांच ट्रैफिक विभाग के अधिकारी एचएचडी डिवाइस पर कर ले तो उन्हें भी पता चल जायेगा कि जिस गाड़ी का चालान काटा जा रहा है वह वहीं गाड़ी है कि नहीं. परिवहन विभाग की ओर से ट्रैफिक विभाग और सभी थानेदारों को एचएचडी डिवाइस प्रदान की गयी है. जिसमें गाड़ी का नंबर डालते ही गाड़ी का मॉडल, कलर के साथ फिटनेस, प्रदूषण आदि सभी जानकारी मिल जायेंगी. इसके बाद ऐसे फर्जी या चोरी वाले वाहनों की सही से जांच हो पायेगी. गाड़ी मालिक गलत चालान की ऐसे करे शिकायत ट्रैफिक विभाग द्वारा अगर गलत चालान का मैसेज लोगों काे जा रहा है. इसको लेकर गाड़ी मालिक परेशान हो रहे हैं ऐसे में उन्हें घबराने की आवश्यकता नहीं है. ट्रैफिक व सड़कों पर लगे कैमरे जो इस तरह के गलत चालान कट रहे है. इसमें सुधार के लिए गाड़ी मालिक ट्रैफिक डीएसपी के नाम से गलत चालान कटने का आवेदन देंगे. जिसमें गाड़ी के ऑनरबुक, इंश्योरेंस, प्रदूषण व आधार कार्ड की फोटो कॉपी देंगे. इसके बाद ट्रैफिक विभाग द्वारा मामले की जांच डीटीओ के माध्यम से परिवहन मुख्यालय पटना को चालान निरस्त करने के लिए आवेदन जाता है. जहां जांच रिपोर्ट के आधार पर गलत चालान को निरस्त का निर्देश परिवहन मुख्यालय द्वारा दिया जाता है. डीटीओ कुमार सत्येंद्र यादव ने बताया कि गलत चालान में सुधार के लिए गाड़ी के दस्तावेज की कॉपी के साथ ट्रैफिक डीएसपी के आवेदन करे. जिसमें जांच के बाद आगे सुधार की कार्रवाई की जाती है. फोटो देखकर जो चालान होता है अगर उसकी जांच एचएचडी डिवाइस से की जाये तो उसी समय गड़बड़ी पकड़ में सामने आ जायेगी. परिवहन विभाग के पदाधिकारियों द्वारा एचएचडी डिवाइस से जांच व चेचीसी मिलान के बाद चालान काटा जाता है ताकि गड़बड़ी की संभावना ना रहे.
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