मोतिहारी. विभागीय लापरवाही व शिथिलता के कारण सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है. ऐसा ही एक मामला सदर अस्पताल स्थित पीकू वार्ड में देखने को मिल रहा है. बताया जाता है कि वार्ड में भर्ती होने वाले गंभीर बच्चों को मुजफ्फरपुर एवं पटना के हायर सेंटर में बैठे चिकित्सकों का परामर्श मिल सके, इसे लिए वर्ष 2023 में ही विभाग द्वारा टेली कंसल्टेशन मशीन उपलब्ध कराया गया. जानकारी के अनुसार सरकार की यह योजना थी कि पीकू वार्ड में गंभीर बच्चों को इस मशीन के माध्यम से हायर सेंटर के शिशु रोग विशेषज्ञों को दिखाया जा सके. मशीन में इस तरह की व्यवस्था थी कि मरीज का मेडिकल कंडीशन एवं रिपोर्ट दोनों जगहों पर बैठे एक्सपर्ट आराम से देख सकते थे और बेहतर ईलाज के लिए उचित सलाह दे सकते थे, लेकिन हालात ऐसा है कि इस मशीन के आने के बाद से अभी तक उसका उपयोग नहीं किया गया. रखे-रखे चूहों ने उस पर हमला कर कई वायर को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे वह नाकारा साबित हो रहा है. इधर नये भवन में पीकू वार्ड में शिफ्ट होने वाला है. इसमें करीब 42 बेड है, अब इसकी आवश्यकता है. इस संबंध में सीएस डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहा कि मशीन को ठीक कराने के लिए संबंधित एजेंसी को लिखा है, शीघ्र ही टेली कंसल्टेशन की सुविधा पीकू वार्ड में बहाल हो जाएगी.
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