कहा – मैं शतरंज का शौकीन नहीं इसलिए खा गया धोखा संवाददाता, पटना राज्य के पूर्व मंत्री श्याम रजक ने राजद के राष्ट्रीय महासचिव पद और दल की प्राथमिक सदस्यता से गुरुवार को इस्तीफा दे दिया. शायराना अंदाज में दिये अपने इस्तीफे को श्याम रजक ने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को भेज दिया है. त्यागपत्र में उन्होंने अपनी राजनीतिक पीड़ा एक शायरी के रूप में लिखी है. उन्होंने लिखा है कि ”””””””” मैं शतरंज का शौकीन नहीं था, इसीलिए धोखा खा गया. आप मोहरे चलते रहे थे, मैं रिश्तेदारी निभा रहा था.”””””””” इस तरह पूर्व मंत्री श्याम रजक ने अपने इस्तीफे में सीधे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को टारगेट पर लिया है. उनका यह इस्तीफा राजद के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. यह संयोग नहीं है कि श्याम रजक का इस्तीफा उस समय आया है जब आरक्षण की बात नये सिरे से जोर पकड़ रही है. श्याम रजक राजद के दलित चेहरे माने जाते थे. उनकी राजनीतिक यात्रा राजद के साथ ही शुरू हुई. बाद में वे जदयू में आये और प्रदेश के पूर्व उद्योग मंत्री के रूप में इनकी अपनी पहचान बनी. 2020 के विधानसभा चुनाव में श्याम रजक की सीट फुलवारीशरीफ विधानसभा क्षेत्र को राजद ने अपने सहयोगी भाकपा माले को सौंप दिया. श्याम रजक को उम्मीद थी कि उन्हें बगल की सीट मसौढ़ी दी जायेगी, लेकिन वहां भी उन्हें निराश होना पड़ा. इसी बीच राजद ने राज्यसभा और विधान परिषद की सीटें भी दूसरों को सौंपी. गौरतलब है कि हाल के कुछ महीनों में राजद से इस्तीफा देने वाले नेताओं में इनके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र यादव, पूर्व मंत्री वृशिण पटेल , पूर्व सांसद अशफाक करीम और तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी करुणा सागर के नाम हैं.
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