लखीसराय. जिले में गुरुवार की रात हुई बारिश से लोगों ने गर्मी से राहत पाया है. वहीं किसानों के चेहरे पर भी खुशी देखी जा रही है. पिछले चार-पांच दिनों से कारक धूप से लोगों का चेहरा झुलस रहा था. दूर-दूर तक बारिश होने की संभावना नहीं दिख रही थी, लेकिन गुरुवार की रात से बारिश होना शुरू हो गया. शुक्रवार के दोपहर तक बूंदाबांदी बारिश होती रही. इससे लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है. वहीं किसान के ऊपरी हिस्से का सूख चुके धान का खेत में पानी भी जमा हो चुका है. किसानों का कहना है कि अब पांच-छह दिन के बाद भी अगर बारिश इस तरह से होती है तो उनकी धान की पैदावार अच्छी होगी. धान के पैदावार के लिए धान के खेत में पानी का होना आवश्यक है. किसान का कहना है कि बोरिंग के पटवन से अधिक बारिश का पानी फसल के लिए फायदेमंद साबित होता है. इधर, बारिश होने के साथ ही किसान खाद के लिए कृषि विभाग एवं बिस्कोमान का चक्कर लगा रहे हैं. इधर, जिला कृषि पदाधिकारी सुबोध कुमार सुधांशु ने बताया कि जिले में खाद की कमी नहीं है. फिलहाल जिले में पांच सौ एमटी खाद उपलब्ध है एवं 180 एमटी शनिवार से रविवार तक उपलब्ध हो जायेगा. उन्होंने किसानों से आह्वान किया की खाद के लिए बिस्कोमान हलसी, बिस्कोमान लखीसराय, ई-बाजार सूर्यगढ़ा, इफको बाजार डीलर एवं रिटेलर से संपर्क कर खाद ले सकते हैं.
खाद की दुकानों में किसानों की लगी भीड़
चानन. प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार की रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश से किसानों के चेहरे पर रौनक देखने को मिल रही है. सुबह होते ही किसान अपने-अपने खेतों पर पानी की स्थिति को देखा. खेत देखने के बाद यूरिया खाद की दुकान पर किसानों की लंबी कतार देखने को मिली. किसान केदार बिंद, भागीरथ पंडित, रामावतार साव, परमेश्वर यादव, काशी यादव आदि लोगों ने बताया कि अगर इसी तरह बीच बीच में बारिश होती रही तो शत प्रतिशत धान की उपज हो सकती है. बीच में एक बार मूसलाधार बारिश हो जाय ताकि आहर, तालाब, भर जायेगा इतना ही नहीं पहाड़ से निकलने वाली झरना का पानी में भी वृद्धि हो जायेगी. जिससे किसानों को पटवन में सहायता मिलती रहेगी और अच्छी धान की उपज होगी. दो दिनों से हो रही बारिश ने किसानों के चेहरे की रौनक को बढ़ा दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है